सार
देश के जरूरतमंद लोगों की मदद करने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) अब बेरोजगारों के लिए भी मसीहा बनकर सामने आए हैं। इसके लिए वो अपनी प्रॉपर्टी तक बेचने को तैयार हैं। देश में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए सोनू सूद ने अब जरूरतमंदों को ई-रिक्शा मुहैया कराने की योजना बनाई है।
मुंबई। देश के जरूरतमंद लोगों की मदद करने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) अब बेरोजगारों के लिए भी मसीहा बनकर सामने आए हैं। इसके लिए वो अपनी प्रॉपर्टी तक बेचने को तैयार हैं। देश में बढ़ती बेरोजगारी को देखते हुए सोनू सूद ने अब जरूरतमंदों को ई-रिक्शा मुहैया कराने की योजना बनाई है। सोनू ने इस बात का ऐलान सोशल मीडिया पर खुद किया है। सोनू जरूरतमंद लोगों को छोटे लेवल पर काम शुरू करने के लि ई-रिक्शा मुफ्त में देंगे। इस पहल को सोनू ने 'खुद कमाओ घर चलाओ' नाम दिया है।
सोनू सूद के मुताबिक, मुझे ऐसा लगता है कि लोगों को दान में सामान देने से ज्यादा बेहतर विकल्प ये है कि उन्हें काम दे दिया जाए ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। मुझे इस बात का पूरा यकीन है कि लोगों को खुद कमाओ घर चलाओ के जरिए अपने पैरों पर खड़ा होने का पूरा मौका मिलेगा। इससे पहले खबर आई थी कि सोनू ने 10 करोड़ रुपए लोन पर लेकर जरूरतमंदों की मदद की है।
सोनू सूद के मुताबिक, उनका अगला मिशन बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी करवाना है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था- मैं बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी कराना चाहता हूं, ताकि उन्हें ऐसा महसूस न हो कि वे समाज का बेकार और उपेक्षित हिस्सा हैं। 2021 में घुटनों का ट्रांसप्लांट मैं अपनी प्राथमिकता में चाहता हूं।
बता दें कि कोरोना से पहले सोनू सूद एक औसत एक्टर के तौर पर जाने जाते थे जोकि फिल्मों में ज्यादातर विलन्स के रोल प्ले करता है। हालांकि कोरोना के दौरान लॉकडाउन में अपनी उदारता और शालीनता से उन्होंने लोगों के दिलों में एक अलग ही जगह बनाई है। लॉकडाउन में सोनू सूद ने यूपी, एमपी, बिहार, झारखंड, असम और केरल के करीब 25 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाया था। इतना ही नहीं, सोनू ने इनके खाने-पीने का भी इंतजाम किया था।