सार

एयरलाइन कंपनी ने कहा कि डेटा ब्रीच की जानकारी नोडल एजेंसी भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को कर दी गई है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि बीते 25 अगस्त को लॉगिन व साइन-अप सर्विस में टेपोरेरी टेक्निकल कॉन्फिगुरेशन एरर आ रही थी।

नई दिल्ली। अकासा एयर (Akasa Air) का डेटा हैक कर लिया गया है। अनआथराइज्ड लोगों द्वारा अकासा एयर को एक्सेस करके कस्टमर्स की जानकारियां ली जा रही। कंपनी ने डेटा ब्रीच की जानकारी स्वयं दी है। एक महीना से भी कम समय हुआ जब अकासा एयर ने अपनी सर्विस देश में शुरू की थी। एयरलाइन्स ने बीते 7 अगस्त को अहमदाबाद से मुंबई तक फ्लाइट सेवा शुरू की थी। इस एयरलाइन्स कंपनी में शेयर बाजार के दिग्गज राकेश झुनझुनवाला का काफी अधिक निवेश था। झुनझुनवाला का निधन कुछ दिनों पहले ही हुआ है। 

एयरलाइन ने रविवार को डेटा उल्लंघन के लिए माफी मांगी है। एयरलाइन कंपनी ने कहा कि डेटा ब्रीच की जानकारी नोडल एजेंसी भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को कर दी गई है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि बीते 25 अगस्त को लॉगिन व साइन-अप सर्विस में टेपोरेरी टेक्निकल कॉन्फिगुरेशन एरर आ रही थी। डेटा एक्सपर्ट्स के अनुसार इस टेक्निकल फॉल्ट की वजह अनाधिकृत तरीके से एक्सेस था। अकासा एयर के रजिस्टर्ड यूजर्स की जानकारियां, नाम, जेंडर, ईमेल व फोन नंबर्स को अवैध तरीके से एक्सेस किया जा रहा था। कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि अपने यूजर्स की कोई भी जानकारी कंपनी के द्वारा किसी को साझा नहीं किया गया है। या किसी के भी यात्रा संबंधी जानकारी, ट्रेवेल रिकार्ड या पेमेंट संबंधी कोई जानकारी किसी से भी कंपनी कभी साझा नहीं करती है।

अब सबकुछ ठीकठाक

अकासा एयर ने अपनी वेबसाइट पर यह भी जानकारी दी है कि अब सबकुछ सही कर लिया गया है। जानकारी होते ही कंपनी की टेक्निकल टीम ने सारे एक्सेस को बंद करने के लिए सिस्टम को ही ठप कर दिया। बाद में डेटा सिक्योरिटी कंपनी ने सारी स्थितियों को नियंत्रण में करते हुए सारे अनाधिकृत एक्सेस पर रोक लगा दी। अकासा एयर ने कहा कि सिस्टम सुरक्षा और कस्टमर्स के डिटेल्स की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।

यह भी पढ़ें:

कांग्रेस के अगले अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित, जानिए कब होगी वोटिंग

राहुल गांधी का कटाक्ष-राष्ट्र के लिए खादी लेकिन राष्ट्रीय ध्वज के लिए चीनी पॉलिएस्टर, कथनी-करनी अलग-अलग

भारत सरकार ने ट्वीटर में एजेंट नियुक्त करने के लिए नहीं किया अप्रोच, संसदीय पैनल से आरोपों को किया खारिज