सार

 सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब के लिए 20.5 बिलियन डॉलर या  153,750 करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट  प्रपोजल प्राप्त हुए हैं। मंत्रालय ने कहा, "सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग के इस ग्रीनफील्ड सेगमेंट में आवेदन जमा करने के लिए बहुत कम समयसीमा के बावजूद, इस योजना को अच्छा रिएक्शन मिला है।"

ऑटो एंड बिजनेस डेस्क, India gets proposals worth ₹1.5 lakh crore for semiconductor : देश में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के प्रोडक्शन के लिए केंद्र सरकार के स्थापित  सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम (Semicon India Programme) ने 15 फरवरी को बंद हुए पहले दौर में कंपनियों के 1.53 लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव हासिल किए हैं। 

1.53 lakh crore के प्रस्ताव मिले
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (ministry of electronics and information technology ) ने शनिवार को एक बयान में कहा, सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब के लिए कुल निवेश $ 20.5 बिलियन या ₹ 153,750 करोड़ के साथ प्राप्त हुए हैं। मंत्रालय ने कहा, "सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग के इस ग्रीनफील्ड सेगमेंट में आवेदन जमा करने के लिए बहुत कम समयसीमा के बावजूद, इस योजना को अच्छा रिएक्शन मिला है।"

ये भी पढ़ें-  2022 Jeep Compass Trailhawk को कंपनी ने Website पर किया लिस्ट, बस इतने दिन में आ जाएगी बाजार में, देखें

वेदांता ने दिखाई रूचि
वेदांता फॉक्सकॉन, आईजीएसएस वेंचर्स पीटीई (Foxconn, IGSS Ventures Pte), सिंगापुर और आईएसएमसी ( Singapore, and ISMC) के  संयुक्त उद्यम में सेमीकंडक्टर फैब ने  कुल 13.6 बिलियन डॉलर के आवेदन जमा किए  हैं। प्रति माह 120,000 वेफर्स की क्षमता वाले 28 एनएम-65 एनएम सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करने के लिए भी आवेदन प्राप्त हुए हैं, इसमें केंद्र सरकार से 5.6 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता मांगी जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि वेदांता और एक अन्य कंपनी एलेस्ट ने 6.7 अरब डॉलर के अनुमानित निवेश के साथ डिस्प्ले फैब के लिए आवेदन जमा किए हैं। केंद्र सरकार से 2.7 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता मांगी जा रही है।

ये भी पढ़ें-  देश में तेजी से बढ़ रहे EV charging stations, इन 9 शहरों ने तो कर दिया कमाल

ये कंपनी भी नहीं हैं पीछे
एसपीईएल सेमीकंडक्टर लिमिटेड, एचसीएल, सिरमा टेक्नोलॉजी और वैलेंकानी इलेक्ट्रॉनिक्स (SPEL Semiconductor Ltd, HCL, Syrma Technology and Valenkani Electronics) ने सेमीकंडक्टर पैकेजिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि रूटोंशा इंटरनेशनल रेक्टिफायर लिमिटेड (Ruttonsha International Rectifier Ltd) ने कंपाउंड सेमीकंडक्टर्स, सिलिकॉन फोटोनिक्स, सेंसर फैब और सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग के लिए योजना के तहत कंपाउंड सेमीकंडक्टर्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। ।

योजनाओं के प्रति गजब का उत्साह
वहीं टर्मिनस सर्किट, ट्रिस्पेस टेक्नोलॉजीज और क्यूरी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक ने डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (डीएलआई) योजना के तहत आवेदन जमा किए हैं, जो घरेलू कंपनियों और स्टार्टअप के बीच रुचि जगाने में सफल रहा है। मंत्रालय ने कहा कि आवेदक कंपनियों ने आवेदन के हिस्से के रूप में प्रौद्योगिकी अधिग्रहण, साझेदारी और अनुसंधान संस्थानों (technology acquisition, partnerships and collaborations with research institutes) के साथ सहयोग के प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए हैं।

ये भी पढ़ें- Nine One Cycles ने लॉन्च की मेराकी S7 सस्ती इलेक्ट्रिक साइकिल, जबरदस्त रेंज के साथ मिलेंगे स्पेशल

मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के बाद, एससीएल मोहाली (SCL Mohali) को भी अंतरिक्ष विभाग से MeitY को सौंप दिया गया है और इसे भारतीय सेमीकंडक्टर डिजाइन कंपनियों द्वारा व्यापक भागीदारी के लिए एक वाणिज्यिक फैब के रूप में खोला जा रहा है।

ये भी पढ़ें-  KTM ला रही न्यू जनरेशन 390 Adventure मोटरसाइकिल, इसकी राइड से खुद को रोक पाना होगा