सार

 देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग छह महीनों में पहली बार घटा है पहले 487.23 अरब डॉलर की ऊंचाई को छूने के बाद 13 मार्च को समाप्त सप्ताह में यह घटकर 481.89 अरब डॉलर रह गया

मुंबई: देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग छह महीनों में पहली बार घटा है। पहले 487.23 अरब डॉलर की ऊंचाई को छूने के बाद 13 मार्च को समाप्त सप्ताह में यह घटकर 481.89 अरब डॉलर रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशीमुद्रा भंडार घटकर 5.35 अरब डॉलर रह गया। छह मार्च को विदेशीमुद्रा भंडार 5.69 अरब डॉलर बढ़कर 487.23 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया था।

इससे पहले 20 सितंबर 2019 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई थी। तब यह 38.8 करोड़ डॉलर घटकर 428.58 अरब डॉलर रह गया था।

बाजार में डॉलर की अधिक आपूर्ति से गिरा आकड़ा

समीक्षाधीन सप्ताह, यानी 13 मार्च को समाप्त सप्ताह में आई गिरावट का कारण विदेशीमुद्रा आस्तियों (एफसीए) में गिरावट दर्ज होना था जो कुल मुद्राभंडार का महत्वपूर्ण भाग है। समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशीमुद्रा आस्तियां 3.78 अरब डॉलर घटकर 447.36 अरब डॉलर रह गई। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। बैंकरों ने विदेशीमुद्रा भंडार में गिरावट आने का कारण रिजर्व बैंक द्वारा बाजार में डॉलर की अधिक आपूर्ति किया जाना बताया।

कोरोना वायरस से गिरे बाजारों ने डाला असर

एक बैंकर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के फैलने और अर्थव्यवस्था पर इसके दुष्प्रभावों को लेकर बढ़ती अनिश्चितताओं से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश जोखिमपूर्ण होता जा रहा है। वे धन की निकासी कर रहे हैं जिससे रुपया कमजोर हो रहा है। रिजर्व बैंक ने रुपये में गिरावट को रोकने के लिए बाजार में हस्तक्षेप किया।

शुक्रवार को रुपया 74.82 रुपये प्रति डॉलर पर खुलने के बाद अंत में डॉलर के मुकाबले 75.20 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ। बाजार आंकड़े दर्शाते हैं कि भारतीय पूंजी बाजार में विदेशी निवेशक शुद्ध बिकवाल बने रहे जहां उन्होंने समीक्षाधीन सप्ताह में बृहस्पतिवार को 4,622.93 करोड़ रुपये से अधिक धन की निकासी की।

स्वर्ण आरक्षित भंडार भी घटा

इस दौरान पिछले कुछ सप्ताह से तेजी दर्शाने वाला स्वर्ण आरक्षित भंडार समीक्षधीन सप्ताह में 1.53 अरब डॉलर घटकर 29.47 अरब डॉलर रह गया। आलोच्य सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में विशेष आहरण अधिकार 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.45 अरब डॉलर हो गया, जबकि आईएमएफ में देश की आरक्षित निधि भी 3.8 करोड़ डॉलर घटकर 3.69 अरब डॉलर रह गई।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)