सार
मुंबई में चल रहे 4 दिवसीय (18 से 21 नवंबर) 21वें वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स 2022 इंडियाज पाथ टू ए इकोनॉमिक सुपरपावर के दूसरे दिन मंच से बोलते हुए अडानी ने कहा कि एक के बाद एक आए ग्लोबल क्राइसेस ने दुनिया में कई धारणाओं को चुनौती दी है।
बिजनेस न्यूज. World Congress of Accountants: शनिवार को भारत और एशिया के सबसे धनी व्यक्ति व अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने 21वें वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स (21st World Congress of Accountants) में भाग लिया। यहां उन्होंने कहा कि हमारा देश 58 साल में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन पाया था। पर अब हर 12 से 18 महीने में GDP में इतने की बराबर का योगदान बढ़ेगा तो 2050 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। मुंबई में चल रहे 4 दिवसीय (18 से 21 नवंबर) 21वें वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स 2022 इंडियाज पाथ टू ए इकोनॉमिक सुपरपावर के दूसरे दिन मंच से बोलते हुए अडानी ने कहा कि एक के बाद एक आए ग्लोबल क्राइसेस ने दुनिया में कई धारणाओं को चुनौती दी है। इनमें चीन को वेस्टर्न डेमोक्रेटिक प्रिंसिपल्स को अपनाना चाहिए, धर्मनिरपेक्षता का सिद्धांत सार्वभौमिक हैं, यूरोपीय संघ एक साथ रहेगा और रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भूमिका सीमित करने के लिए दबाब बनाया जाएगा जैसी धारणाएं शामिल हैं।
अडानी को यह भी है उम्मीद
अडानी ने कहा कि जिस गति से सरकार सामाजिक और आर्थिक सुधारों का क्रियान्वयन कर रही है, मुझे उम्मीद है कि अगले दस साल में भारत हर 12 से 18 महीने में अपने सकल घरेल उत्पाद (GDP) में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ने में सक्षम होगा। इससे हमारी अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी और अगर हम इसी पटरी पर चलते रहे तो वर्ष 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही 2050 में भारत की औसत आयु केवल 38 वर्ष होगी। जबकि 1.6 बिलियन की आबादी की प्रति व्यक्ति सालाना औसत आय 16,000 अमरीकी डॉलर हो सकती है, जो कि वर्तमान की प्रति व्यक्ति आय से करीब 700 प्रतिशत अधिक होगी।
अगले तीन दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण
अडानी ने आगे कहा कि हमारे देश के लिए अगले तीन दशक महत्वपूर्ण हैं और यही तीन दशक भारत को उद्यमिता के मामले में सबसे आगे ले जाएंगे। इससे पहले हम अनिश्चितताओं के समय में इकट्ठे हुए हैं। कोविड महामारी, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध, जलवायु परिवर्तन की चुनौती और मुद्रास्फीति में अभूतपूर्व तेजी ने वैश्विक नेतृत्व के लिए संकट पैदा कर दिया है।
पिछले साल भारत ने किया 4 देशों से 6 गुना ज्यादा ट्रांजेक्शन
इस मौके पर अडानी ने यह भी बताया कि 2021 में, भारत में हर 9 दिनों में एक यूनिकॉर्न कंपनी का इजाफा हुआ। इस वर्ष भारत में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक 48 बिलियन रियल टाइम ट्रांजेक्शन हुए और यह अमेरिका, कनाडा, फ्रांस और जर्मनी के कुल ट्रांजेक्शन से 6 गुना ज्यादा था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वेंचर कैपिटल फंडिंग 50 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो जाएगी और आगामी आठ वर्षों में इसमें 50 गुना की तेजी आएगी।
पीएम मोदी की भी की सराहना
अडानी ने अपने भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि उन्हें भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था पर पूरा भरोसा है इस संबंध में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की पहल की सराहना करते हैं। बकौल अडानी, 'हमारे देश में दो दशक से भी अधिक समय के बाद हमारे पास अपनी बहुमत की सरकार है। इसने हमारे देश को कई संरचनात्मक सुधारों को शुरू करने की क्षमता दी है।'
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