सार
वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र के लिए 7737 करोड़ का आवंटन किया, किसानों को धूप व गर्मी की फसलों पर ब्याज सब्सिडी देने की नई योजना की घोषणा की गई है। कुपोषण को रोकने के लिए गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को एक किलो दाल, दो किलो चना और एक किलो खाद्य तेल हर महीने 1000 दिनों तक मुफ्त दिया जाएगा।
Gujarat Budget 2022 : गुजरात में भाजपा सरकार ने गुरुवार यानी आज राज्य के लिए अपना आखिरी बजट पेश किया है। दिसंबर के महीने में गुजरात में मतदान होना है, ऐसे में यह बजट इससे प्रभावित नजर आया है। आज दिन के 12 बजकर 30 मिनट पर वित्त मंत्री कनुभाई बजट लेकर पहुंचे । इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि जहां जनोन्मुखी और सर्व समावेशी बजट होगा, वहीं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने वाला बजट होगा। वहीं उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि कोई मीडिया बजट पूरा होने से पहले सूचना प्रदान करता है, तो इसे अनौचित्य का अपराध माना जाएगा। वित्त विभाग ने पहली बार ऐसा आदेश जारी किया है। वहीं बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के नेता सुखराम राठवा के नेतृत्व में कांग्रेस ने तापी-पर-नर्मदा लिंक परियोजना को रद्द करने की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर धरना दिया।
ये भी पढ़ें- रूस-यूक्रेन वॉर ने बिगाड़ा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का प्लान, टल सकता है एलआईसी आईपीओ
गुजरात के वित्त मंत्री कनुभाई पटेल ने दिन के 1 बजकर 30 मिनट पर सदन के समक्ष बजट 2022-23 पेश किया है। सबसे पहले वित्त मंत्री ने कहा कि देशभर में कोरोना के 177 करोड़ से अधिक टीके नि:शुल्क उपलब्ध कराए जा चुके हैं। चुनौतियों ने हमारा दम नहीं घुटा, मेहनत से हम तरक्की की सीढ़ी हैं।
ये भी पढ़ें- Gujrat Budget 2022 Live: सीआरए ने आवारा मवेशियों को पकड़ने का दिया आदेश, 100 करोड़
इसके बाद उन्होंने गुजरातियों के आय का ब्यौरा दिया, पटेल ने बताया कि 20 वर्षों में प्रति व्यक्ति आय 19,823 से बढ़कर 2,14,809 हो गई है। गौ प्रजनन के लिए एक निजी संस्था काम कर रही है। मुख्यमंत्री गौमाता ने पोषण योजना की घोषणा की। जिसके लिए 500 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की गई है। उत्कृष्ट विद्यालय के शुभारंभ की घोषणा। जिसके लिए 10 हजार करोड़ का आवंटन किया गया है। वहीं वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र के लिए 7737 करोड़ का आवंटन किया, किसानों को धूप व गर्मी की फसलों पर ब्याज सब्सिडी देने की नई योजना की घोषणा की गई है।
ये भी पढ़ें- रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण भारतीय निवेशकों हुआ मोटा नुकसान, एक दिन में डूबे 87000
कुपोषण को रोकने के लिए गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को एक किलो दाल, दो किलो चना और एक किलो खाद्य तेल हर महीने 1000 दिनों तक मुफ्त दिया जाएगा। जिसके लिए 4000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
ये भी पढ़ें- आप खरीद पाएंगे सस्ता इलेक्ट्रिक वाहन, Hyundai करेगी 79.2 अरब डॉलर खर्च, देखें कंपनी का निवेश
कच्छू में बड़े चेक डैम के निर्माण के लिए 65 करोड़, बनासकांठा में सिंचाई के लाभ के लिए 70 करोड़, धरोई बाड़े को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए 200 करोड़, अहमदाबाद जिले के नलकांठा क्षेत्र के गांवों की सिंचाई के लिए 25 करोड़ दिए गए हैं।
ये भी पढ़ें- Bajaj Auto ने कहां कर दी गलती, एकदम से नकारा ग्राहकों ने, देखें डिटेल