Adani Power : अडानी पावर 1 अगस्त को बोर्ड मीटिंग में बड़े ऐलान कर सकती है। इस खबर के बाद शेयर में 4% से ज्यादा की तेजी देखी गई। कंपनी ने FY25 में 12,750 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में कम रहा।
Adani Power Share : अडानी पावर के निवेशकों के लिए बड़ी खबर है। मंगलवार, 29 जुलाई को कंपनी के शेयरों में हलचल देखने को मिल रही है और इसकी बड़ी वजह 1 अगस्त 2025 को होने वाला अहम ऐलान है, जो स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) से जुड़ा है। इस खबर के आते ही निवेशकों में उत्साह बढ़ गया है। आज ट्रेडिंग के दौरान ही शेयर ने 4.2% की छलांग लगाई। आइए जानते हैं क्या है लेटेस्ट अपडेट...
अडानी पावर की बोर्ड मीटिंग कब होगी और क्या फैसले होंगे?
Adani Power की बोर्ड मीटिंग 1 अगस्त 2025 को होगी। जिसमें शेयर कैपिटल में बदलाव, 10 रुपए फेस वैल्यू वाले शेयरों का स्प्लिट, नए रेश्यो को तय करना और शेयरहोल्डर्स की मंजूरी लेना शामिल होगा। कंपनी ने कहा है कि यह फैसला रेगुलेटरी अप्रूवल और शेयर होल्डर्स की मंजूरी के अधीन रहेगा।
इसे भी पढ़ें-Indusind Bank Share Price Target: खरीदें, बेचें या होल्ड करें? जानिए ताजा ब्रोकरेज अपडेट
अडानी पावर के तिमाही नतीजों में क्या खास रहा?
हाल ही में आए Q4FY25 रिजल्ट्स में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5% घटकर 2,599 करोड़ रुपए रहा। पिछली तिमाही में हुए कुछ वन-टाइम गेन इस बार नहीं दोहराए गए, जिससे मुनाफे में गिरावट आई। लेकिन अच्छी बात ये रही कि रेवेन्यू 5.3% बढ़कर ₹14,522 करोड़ पहुंचा, जो पॉजिटिव इंडिकेटर है। FY25 में कुल नेट प्रॉफिट 12,750 करोड़ रुपए रहा, जो FY24 के 20,829 करोड़ रुपए से काफी कम था। इसका मुख्य कारण एकमुश्त प्रॉफिट में गिरावट और टैक्स खर्च में बढ़ोतरी है।
इसे भी पढ़ें- GAIL से United Spirits तक, एक क्लिक से जानिए कौन सा स्टॉक चमकेगा, किससे बनाएं दूरी?
Adani Power Stock का परफॉर्मेंस कैसा रहा है?
मंगलवार 29 जुलाई को शेयर में दोपहर 2.30 बजे तक 3.57% का उछाल आया और ये 591 रुपए पर ट्रेड करता रहा। इससे पहले शेयर 4.2% तक चढ़ा और 594.75 रुपए का हाई बनाया। जून 2025 में इसमें 7.7%, मई 2025 में 2.2%, अप्रैल 2025 में 4.5% और मार्च 2025 में 6.4% की तेजी आई। हालांकि, पिछले 12 महीने शेयर में 20% की गिरावट आई है। पिछले 5 महीने से शेयर पॉजिटिव ट्रेंड में है और जुलाई में भी अब तक 0.4% की तेजी दिखा चुका है।
स्टॉक स्प्लिट क्या है और क्यों होती है बड़ी बात?
शेयर स्प्लिट का मतलब होता है कंपनी अपने शेयरों को छोटे हिस्सों में बांट देती है। जैसे अगर किसी शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपए है और उसे 1:5 के रेश्यो में स्प्लिट किया जाता है, तो एक शेयर के बदले 5 नए शेयर बन जाते हैं, जिनकी फेस वैल्यू 2 रुपए होगी। इससे निवेशकों को कम दाम में ज्यादा यूनिट्स मिलती हैं और शेयर में लिक्विडिटी बढ़ती है। खासकर रिटेल निवेशकों के लिए ये सस्ते में एंट्री लेने का बड़ा मौका होता है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। इसे किसी भी तरह की निवेश सलाह के रूप में न लें। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइडर या रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
