सार

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। 22 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.33 अरब डॉलर घटकर 590.70 अरब डॉलर पर आ गया है।

India Forex Reserves: भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। 22 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.33 अरब डॉलर घटकर 590.70 अरब डॉलर पर आ गया है। बता दें कि इससे पहले 15 सितंबर, 2023 को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 867 मिलियन डॉलर घटकर 593.04 अरब डॉलर रह गया था। 

भारतीय रिजर्व बैंक ने जारी किया आंकड़ा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक, 22 सितंबर को खत्म सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.33 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 590.70 अरब डॉलर पहुंच गया है। 22 सितंबर को खत्म हुए हफ्ते के दौरान देश का स्वर्ण भंडार 30.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 44.31 अरब डॉलर हो गया है। वहीं, एसडीआर 7.9 करोड़ डॉलर घटकर 18.01 अरब डॉलर रह गया। इसके अलावा IMF में मुद्रा भंडार 1.1 करोड़ डॉलर घटकर 5.02 अरब डॉलर रह गया है।

अक्टूबर, 2021 में सबसे ज्यादा था विदेशी मुद्रा भंडार

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 23 महीने पहले यानी अक्टूबर, 2021 में सबसे ज्यादा 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट आई और ये 600 अरब डॉलर के आसपास बना हुआ है। रूस-यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में कमी देखने को मिली थी और एक समय ये 525 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था।

क्या है विदेशी मुद्रा भंडार?

विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के लिए एक तरह से बैकअप या इमरजेंसी फंड होता है, जो केंद्रीय बैंक के पास रखा जाता है। इसमें नगदी, बॉन्ड, सोना या अन्य परिसंपत्तियां शामिल होती हैं। इतना ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा राशि भी विदेशी मुद्रा भंडार का हिस्सा होती है। किसी भी देश की आर्थिक स्थिति खराब होने पर वो विदेशी मुद्रा भंडार के जरिए अपनी देनदारियों का भुगतान कर सकता है। विदेशी मुद्रा भंडार ज्यादातर अमेरिकी डॉलर में रखा जाता है, क्योंकि यह पूरी दुनिया में सबसे प्रचलित मुद्रा है।

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