सार

आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश, जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3% से 6.8% रहने का अनुमान, 2047 तक विकसित भारत बनने के लिए कम से कम एक से दो दशक तक 8% विकास दर जरूरी।

नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 पेश किया। अगले वित्त वर्ष 2025-26 में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.3% से 6.8 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान जताया गया है। ये पिछले चार सालों में सबसे कम विकास दर है। इससे पहले 22 जुलाई 2024 को पेश किए गए आर्थिक सर्वे में मौजूदा चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर 6.5% से 7 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान लगाया गया था।

2047 तक विकसित भारत बनने के लिए चाहिए 8% विकास दर

इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के लिए अगले एक से दो दशक तक 8 प्रतिशत की विकास दर हासिल करना जरूरी है। आर्थिक सर्वे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से रोजगार पर पड़ने वाले असर को लेकर चेताया गया है। इसके साथ ही मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट के लिए बाहरी चुनौतियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इकोनॉमिक सर्वे में चीन पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की निर्भरता को लेकर चिंता जताई गई है।

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GST कलेक्शन में 11% बढ़ोतरी का अनुमान

इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक, 2024-25 के लिए GST कलेक्शन 11% बढ़कर 10.62 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। बता दें कि दिसंबर में खुदरा महंगाई दर 4 महीने के निचले स्तर पर रही। पिछले महीने यानी दिसंबर, 2024 में महंगाई घटकर 5.22% रह गई। इससे पहले नवंबर में महंगाई दर 5.48% पर थी। वहीं, इससे 4 महीने पहले यानी अगस्त 2024 में ये 3.65% पर थी।

सितंबर, 2024 में 704.9 अरब डॉलर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार

जनवरी, 2024 के अंत में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 616.7 अरब डॉलर से बढ़कर सितंबर 2024 में 704.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर पहुंच गया। हालांकि, 17 जनवरी 2025 को खत्म हुए हफ्ते में ये घटकर 623.98 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट दिसंबर 2024 के मुताबिक, बैंकिंग सिस्टम में सकल NPA सकल ऋण और अग्रिमों के 2.6 प्रतिशत के 12 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है।

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