सार

Who is Hayao Miazaki: सोशल मीडिया पर घिबली स्टाइल इमेज का क्रेज! जानिए कौन हैं इसके मालिक हयाओ मियाजाकी और कितनी है उनकी संपत्ति। AI इमेज से क्यों हैं वो नाखुश?

Ghibli Style Image Founder Net Worth: सोशल मीडिया पर इन दिनों जिसे देखो, वहीं घिबली स्टाइल एनिमेटेड फोटो बना रहा है। पीएम मोदी से लेकर सचिन तेंडुलकर तक कई हस्तियां इस टूल का इस्तेमाल कर अपनी क्रिएटिव फोटो शेयर कर चुके हैं। बता दें कि पहले घिबली स्टाइल इमेज बनाने की सुविधा सिर्फ प्रीमियम यूजर्स के लिए ही थी। लेकिन अब फ्री यूजर्स भी इससे अपनी तस्वीरें बना सकते हैं। आखिर क्या है घिबली स्टाइल इमेज और कौन है इसका मालिक? क्या आप जानते हैं कितने अमीर हैं इसे बनाने वाले Hayao Miyazaki.

कौन हैं Ghibli Style Image के मालिक Hayao Miyazaki

Ghibli Style को जापानी एनिमेशन स्टूडियो के फिल्ममेकर हयाओ मियाजाकी ने बनाया है। ये एक तरह का एनिमेशन कार्टून है, जिसे Ghibli Style नाम दिया गया है। मियाजाकी ने कई एनिमेशन फिल्में बनाई हैं, जिन्हें दुनियाभर में पसंद किया जाता है। उनकी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एनिमेटेड मूवी 'स्पिरिटेड अवे' (Spirited Away) है, जिसने वर्ल्डवाइड 275 मिलियन डॉलर (2392 करोड़ रुपये) कमाए थे। इसके अलावा उनके स्टूडियो से बनी 'प्रिंसेस मोनोनोके' और 'हाउल्स मूविंग कैसल' जैसी फिल्मों ने भी तगड़ी कमाई की।

Hayao Miyazaki की नेटवर्थ कितनी?

2025 में हयाओ मियाजाकी की नेटवर्थ करीब 50 मिलियन डॉलर यानी 435 करोड़ रुपए के आसपास है। उनकी कमाई का मुख्य सोर्स स्टूडियो घिबली के प्रोडक्ट्स और स्ट्रीमिंग राइट्स से मिलने वाला पैसा है। इसके अलावा उनका स्टूडियो घिबली अपने प्रोडक्ट्स (जैसे खिलौने और कपड़े), DVD की बिक्री से भी पैसा बनाता है।

ChatGPT से बनी AI इमेजेस से खुश नहीं मियाजाकी

ChatGPT ने अपने लेटेस्ट अपडेट GPT 4o इमेज जनरेटिव में इस आर्ट फॉर्म को घिबली नाम से जोड़ा है। इसके जरिये यूजर्स अपनी इमेज को Ghibli Style में बनाकर शेयर कर रहे हैं। हालांकि, मियाजाकी AI प्लेटफॉर्म से बनी घिबली स्टाइल तस्वीरों से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। उन्होंने इसे 'जीवन का अपमान' बताया है। मियाजाकी ने चैटजीपीटी के इस नए सॉफ्टवेयर अपडेट की आलोचना करते हुए कहा कि इससे उनके आर्ट और सालों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। उन्होंने कहा- AI, अपनी उन्नत क्षमताओं के बावजूद पारंपरिक एनिमेशन के मूल में मौजूद सच्ची भावनाओं और मानवीय अनुभवों को जाहिर नहीं कर सकता।