GST Rates Cut 2025: फेस्टिव सीजन से पहले GST काउंसिल बड़ी सौगात देने जा रही है। घी, पनीर, मिठाई जैसे 150 से ज्यादा आइटम्स पर टैक्स घट सकता है। वहीं, कार और बाइक खरीदना भी सस्ता हो सकता है। जानिए किन-किन चीजों के दाम घट सकते हैं?
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GST Council Meeting 2025: आज 3 सितंबर से शुरू हो रही GST काउंसिल की दो दिनों तक चलने वाली बैठक पर पूरे देश की नजर है। यह मीटिंग सिर्फ टैक्स रेट्स की समीक्षा नहीं है, बल्कि आम लोगों के बजट को सीधे प्रभावित करने वाली है। खाने-पीने की चीजों से लेकर गाड़ियों और बच्चों की पढ़ाई तक, कई अहम फैसले लिए जाने की उम्मीद है। अगर प्रस्ताव पास हो जाते हैं तो फेस्टिव सीजन से पहले आपकी जेब पर भार कम होगा और शॉपिंग पहले से कहीं सस्ती हो जाएगी। आइए जानते हैं इस बैठक में किन-किन चीजों से टैक्स घट सकता है और कौन-कौन सी चीजें सस्ती हो सकती हैं?
खाने-पीने की चीजें हो सकती हैं सस्ती
इस बार की मीटिंग में सबसे ज्यादा चर्चा डेली कंजम्प्शन वाले प्रोडक्ट्स जैसे घी, मक्खन, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स और ब्रेड, नमकीन, मशरूम जैसे 150 से ज्यादा आइटम्स हैं, जिन पर टैक्स कम करने का प्रस्ताव है। अगर यह फैसला लिया जाता है,तो खासकर घी और डेयरी प्रोडक्ट्स की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। मिठाई, रेडी-टू-ईट पराठा, पैकेज्ड स्नैक्स, चॉकलेट और आइस्क्रीम जैसी चीजों पर भी जीएसटी कम करके 5% किए जाने की बात चल रही है। इसका सीधा फायदा मिडिल क्लास और छोटे शहरों के कंज्यूमर्स को मिलेगा, जिनके खर्च का बड़ा हिस्सा किचन पर ही जाता है।
पढ़ाई-लिखाई हो सकती है सस्ती
पैरेंट्स के लिए राहत की खबर यही है कि बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी कई चीजों पर टैक्स घटाने की तैयारी है। कॉपी, पेंसिल शार्पनर, मैप और ग्लोब जैसी चीजों पर जीएसटी 12% से घटाकर 0% करने की संभावना है। इसका असर स्कूल बैग से लेकर स्टेशनरी खरीदने तक हर लेवल पर दिखेगा।
गाड़ियों पर टैक्स कटौती, मिडिल क्लास को राहत
इस बार दशहरा-दिवाली पर कार-बाइक लेना भी सस्ता हो सकता है। कार और बाइक यानी टू-व्हीलर पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% करने का प्रस्ताव है। दिवाली से पहले यह फैसला लागू हुआ तो मिडिल क्लास फैमिली के लिए नयी कार या बाइक लेना आसान हो जाएगा। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी लंबे समय से डिमांड बूस्ट का इंतजार कर रहा है और यह कदम बिक्री बढ़ाने में मददगार होगा।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लग सकता है झटका
जहां एक तरफ पेट्रोल-डीजल गाड़ियों पर राहत की संभावना है, वहीं लग्जरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैक्स बढ़ाने का प्लान है। 20 लाख से लेकर 40 लाख रुपए तक की ई-कारों पर टैक्स 5% से बढ़ाकर 18% हो सकता है। 40 लाख रुपए से ऊपर की कारों पर 28% टैक्स लगने की आशंका है। इससे टेस्ला, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी कंपनियों के मॉडल महंगे होंगे, जबकि टाटा और महिंद्रा जैसी भारतीय कंपनियों के किफायती मॉडल पर असर कम होगा।
GST 2.0 में क्या खास है?
सबसे अहम प्रस्ताव मौजूदा टैक्स स्ट्रक्चर से जुड़ा है। अभी चार स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) लागू हैं। नई व्यवस्था में इन्हें घटाकर सिर्फ 2 स्लैब 5% और 18% रखने की बात हो रही है। वहीं, लग्जरी आइटम्स और हानिकारक प्रोडक्ट्स जैसे SUV और तंबाकू पर 40% की विशेष दर लगाने का सुझाव है। अगर यह लागू हुआ, तो टैक्स सिस्टम और ज्यादा सिंपल और ट्रांसपेरेंट होगा।
कब से लागू होंगे नए GST रेट्स?
फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने बातों ही बातों में संकेत दिए हैं कि अगर इस दो दिनों तक चलने वाली बैठक में सभी प्रस्तावों को मंजूरी मिलती है तो इसी महीने 22 सितंबर 2025 तक नए रेट लागू हो सकते हैं। ऐसे में फेस्टिव सीजन में आम आदमी और मिडिल क्लास को बड़ी राहत मिल सकती है।
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