सार
बिजनेस डेस्क. भारत की सबसे बड़ी विमान कंपनी इंडिगो एयरलाइन ने वर्कफोर्स में महिलाओं की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसे में इंडिगो ने 1000 महिला पायलटों की वैकेंसी निकाल रही है। यह भर्ती एक साल के अंदर पूरी की जाएगी। आपको बता दें कि फिलहाल इस कंपनी में 800 से ज्यादा महिला पायलट काम कर रही हैं। हालांकि, टोटल पायलट का महज 14% महिलाओं की संख्या है।
1000 महिला पायलटों की भर्ती का ऐलान
इंडिगो एयरलाइन ने एक साल में 1 हजार महिला पायलटों की भर्ती का ऐलान किया है। कंपनी का लक्ष्य विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देना है। साथ ही अपने वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। इंडिगो एयरलाइन के HR प्रमुख सुखजीत एस पसरीचा ने कहा कि एयरलाइन इंजीनियरिंग और उड़ान कर्मचारियों सहित हर सेक्टर में विविधता को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। इंजीनियरिंग में महिलाओं की भागीदारी लगभग 30% है।
जानें इंडिगो में कितने कर्मचारी
कंपनी ने कहा कि हर रोज 2000 से ज्यादा फ्लाइट संचालित होती है। कंपनी के पास फिलहाल 5 हजार से ज्यादा पायलट्स हैं। 15 अगस्त को आजादी की वर्षगांठ के मौके पर कंपनी एयरबस और एटीआर विमानों के लिए 77 महिला पायलटों को शामिल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल 31 मार्च तक 36 हजार 860 स्थाई कर्मचारी थे। इसमें 5 हजार 38 पायलट और 9 हजार 363 केबिन क्रू शामिल थे।
DGCA ने जारी की थी गाइडलाइन
एविएशन सेक्टर के रेगुलेटर DGCA ने 19 जून को यह गाइडलाइन जारी की थी। इसके मुताबिक, एयरलाइंस में अलग-अलग पदों पर कम से कम 25% महिला कर्मचारी होने चाहिए। एयरलाइन्स को खाली पड़े पदों पर भर्ती करनी चाहिए, जिससे महिलाओं को इस इंडस्ट्री में मौका मिलेगा। इससे महिलाओं के लिए काम की परिस्थितियों में लचीलापन लाना चाहिए। है। वहीं, DGCA ने एयरपोर्ट और एयरलाइंस को अपनी एचआर पॉलिसी की समीक्षा करने के लिए कहा है।
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