Lenskart IPO GMP: देश की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी लेंसकार्ट जल्द ही 7,278 करोड़ रुपए का आईपीओ लॉन्च कर रही है। इसे लेकर इन्वेस्टर्स में जबरदस्त उत्साल है। जानिए इस आईपीओ का प्राइस बैंड, जीएमपी और फुल डिटेल्स...
Lenskart IPO Analysis: भारत की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी लेंसकॉर्ट सॉल्यूशन लिमिटेड (Lenskart Solutions Ltd) 7,278 करोड़ रुपए का आईपीओ लेकर आ रही है। यह इस साल के सबसे चर्चित और हाई-वैल्यू IPOs में से एक माना जा रहा है। लेंसकार्ट के इस पब्लिक इश्यू से न सिर्फ मार्केट में हलचल बढ़ी है, बल्कि इन्वेस्टर्स के बीच भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। अगर आप शेयर मार्केट में नए और भरोसेमंद आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं तो जानिए इस आईपीओ में आपके लिए कितना मौका है?
Lenskart IPO की डेट्स
ओपनिंग डेट: 31 अक्टूबर 2025
क्लोजिंग डेट: 4 नवंबर 2025
एंकर इन्वेस्टर्स के लिए: 30 अक्टूबर 2025
शेयर अलॉटमेंट: 6 नवंबर 2025
लिस्टिंग डेट: 10 नवंबर 2025
Lenskart IPO प्राइस बैंड और कंपनी की वैल्यूएशन
लेंसकार्ट ने इस IPO के लिए प्राइस बैंड 382 से 402 रुपए प्रति शेयर तय किया है। इस हिसाब से कंपनी की वैल्यूएशन करीब 69,700 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। साथ ही, SBI म्यूचुअल फंड ने भी आईपीओ से पहले 100 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिससे मार्केट में कंपनी के प्रति भरोसा और बढ़ गया है।
Lenskart IPO GMP क्या कहता है?
लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट में थोड़ी ठंडक दिख रही है। हाल में लेंसकार्ट का GMP करीब 70 रुपए चल रहा है यानी कि करीब 17.4% का अनुमानित लिस्टिंग गेन हो सकता है। हालांकि, पहले यह प्रीमियम 27% तक पहुंच गया था, लेकिन अब निवेशकों का सेंटिमेंट थोड़ा मिक्स्ड है।
Lenskart की ताकत क्या है?
- भारत का सबसे बड़ा ऑर्गनाइज़्ड आईवियर रिटेलर
- एशिया के टॉप-2 प्लेयर्स में शामिल
- लगातार रेवेन्यू और ऑपरेशनल ग्रोथ दर्ज कर रही है
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मॉडल पर मजबूत पकड़
Lenskart IPO में निवेश करना चाहिए या नहीं?
मनी कंट्रोल के अनुसार, SBI सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ऊपरी प्राइस बैंड पर वैल्यूएशन थोड़ा महंगा है। FY25 EV/सेल्स 10.1 गुना, EV/EBITDA 68.7 गुना है, लेकिन कंपनी का बिजनेस मॉडल, स्केलेबिलिटी और बढ़ती मार्जिन्स इसे लॉन्ग टर्म के लिए आकर्षक बनाते हैं। EBITDA मार्जिन FY23 के 7% से बढ़कर FY25 में 14.7% तक पहुंच गया है यानी कंपनी प्रॉफिटेबिलिटी की दिशा में मजबूती से बढ़ रही है। ब्रोकरेज के मुताबिक, 'कट-ऑफ प्राइस पर लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं। शॉर्ट टर्म में लिमिटेड गेन हो सकता है, लेकिन कंपनी का फ्यूचर स्ट्रॉन्ग दिख रहा है।'
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सिर्फ शैक्षणिक और निवेश से जुड़ी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। यहां दी गई किसी भी जानकारी को निवेश सलाह (Investment Advice) के रूप में न लें। शेयर बाजार या IPO में निवेश जोखिमों के अधीन है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) या मार्केट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
इसे भी पढ़ें- ₹1 लाख से ₹1.50 करोड़! 9 रुपए के शेयर ने 5 साल में गर्दा उड़ा दिया
इसे भी पढ़ें- Market Crash Today: सेंसेक्स-निफ्टी की तेजी पर ब्रेक, 5 वजहें जिनसे हिला बाजार
