सार
इंफोसिस के प्रेसिडेंट मोहित जोशी ने इस्तीफा दे दिया है। वह टेक महिंद्रा के CEO बने हैं। पांच महीन पहले कंपनी के प्रेसिडेंट रवि कुमार ने इस्तीफा दिया था।
बेंगलुरु। इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख के लिए टॉप मैनेजमेंट में चुनौतियां बढ़ गईं हैं। पांच महीन पहले कंपनी के प्रेसिडेंट रवि कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। अब एकमात्र अन्य प्रेसिडेंट मोहित जोशी ने भी पद छोड़ दिया है। वह टेक महिंद्रा में सीईओ बने हैं। रवि कुमार और मोहित जोशी 20 साल से इंफोसिस में थे।
इंफोसिस पर नजर रखनेवालों के अनुसार 47 साल के मोहित जोशी और 50 साल के रवि कुमार कंपनी में सीईओ पद के प्रमुख दावेदार थे, लेकिन सीईओ पद 57 साल के सलिल पारेख को मिला। सीएफओ निलंजन रॉय को पारेख का सबसे करीबी विश्वासपात्र माना जाता है। इसके चलते रवि कुमार और मोहित जोशी को कंपनी में खुद के लिए कोई प्रगति नहीं दिख रही थी।
टॉप मैनेजमेंट में आया बड़ा खालीपन
रवि कुमार और मोहित जोशी के पद छोड़ने से टॉप मैनेजमेंट में बड़ा खालीपन आ गया है। एचआर हेड कृष शंकर भी इस महीने के अंत में रिटायर हो रहे हैं। रवि कुमार इस्तीफा देने से पहले इंफोसिस के ग्लोबल सर्विसेज और अमेरिका में इंफोसिस की स्थानीयकरण रणनीति को देख रहे थे। उनके पास इमिग्रेशन, साइबर सिक्योरिटी, खरीद और इंडिया बिजनेस यूनिट की अतिरिक्त जिम्मेदारियां भी थीं।
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मोहित जोशी इंफोसिस के फाइनेंसियल सर्विसेज, हेल्थकेयर/लाइफ साइंसेज बिजनेस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वह सेल्स ऑपरेशन्स, इफेक्टिवनेस और बड़े सौदों को देखते थे। वे कंपनी की इंटरनल टेक्नोलॉजी और एप्लीकेशन पोर्टफोलियो के लिए जिम्मेदार थे। इंफोसिस ने जोशी को बने रहने के लिए मनाने की काफी कोशिश की थी।
मोहित जोशी के टेक महिंद्रा के सीईओ पद संभालने से कंपनी को लाभ होने की उम्मीद है। कंपनी पिछले कई साल से ग्रोथ के लिए संघर्ष कर रही है। टेक महिंद्रा का रेवेन्यू 6 बिलियन डॉलर है। यह आईटी सर्विसेज क्षेत्र में भारत की छठी सबसे बड़ी कंपनी है।