सार

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,86,440 करोड़ रुपए का टैक्स दिया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9,000 करोड़ रुपए अधिक है। कंपनी ने कर्मचारियों को दिए जाने वाले बेनिफिट्स पर 25,679 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।

बिजनेस डेस्क : एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी है। इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 1,86,440 करोड़ रुपए का टैक्स दिया है, जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 9,000 करोड़ रुपए ज्यादा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले तीन बार के आंकड़े भी जारी किए हैं। तीनों ही साल में रिलायंस ने 1 लाख करोड़ से ज्यादा का टैक्स भरा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज चैरिटी यानी परोपकार के काम करने में भी काफी आगे रही है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कब कितना टैक्स भरा

वित्त वर्ष 2021-22 में 1,88,012 करोड़ रुपए का टैक्स

वित्त वर्ष 2022-23 में 1,77,173 करोड़ रुपए का टैक्स

वित्त वर्ष 2023-24 में 1,86,440 करोड़ का टैक्स

रिलायंस का चैरिटी पर खर्च

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2023-24 में चैरिटेबल कामों के लिए 1,592 करोड़ रुपए दिए हैं। पिछले वित्त वर्ष में ये आंकड़ा 1,271 का था और उससे पहले रिलायंस ने 1,186 करोड़ रुपए दान किए थे।

 

 

रिलायंस इंडस्ट्रीज का रीइनवेस्ट

कंपनी को सही तरह चलाने के लिए रिलायंस ने पिछले वित्त वर्ष में 1,35,880 करोड़ रुपए रीइनवेस्ट किए थे, जो एक साल पहले 1,20,868 करोड़ थे। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने ऑपरेशन्स को सही तरह चलाने के लिए 1,04,802 करोड़ रुपए लगाए।

रिलायंस का एम्प्लॉई बेनिफिट्स पर खर्च

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बताया है कि पिछले वित्त वर्ष में कर्मचारियों को दिए जाने वाले बेनिफिट्स पर कंपनी ने 25,679 करोड़ रुपए खर्च किए, जो 2022-23 में 24,872 करोड़ रुपए था। 2021-22 में रिलायंस ने इस पर 18,758 करोड़ रुपए खर्च किए थे। कुल मिलाकर मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष में 3,94,020 करोड़ रुपए अलग-अलग कामों के लिए खर्च किए हैं।

इसे भी पढ़ें

क्या 10 दिनों में मिलेगा इनकम टैक्स रिफंड? 2013 में लगते थे 93 दिन

 

100 रु. लेकर मुंबई आए Subhash Runwal कैसे बने 11560 करोड़ रु. के मालिक