सार

ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर कई खराब प्रोडक्ट को बेहतर दिखाने के लिए फेक रिव्यू का इस्तेमाल होता है। बीते पांच सालों मे ये शिकायतें पांच गुना बढ़ी हैं। ऐसे में सरकार ने इन कंपनियों को प्लेटफॉर्म से इन फेक रिव्यू को हटाने का आदेश दिया है।

बिजनेस डेस्क. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे- अमेजन, फ्लिपकार्ट और मिंत्रा पर ग्राहकों को लुभाने के लिए प्रोडक्ट के फेक रिव्यू का इस्तेमाल करते हैं। अब खाने की चीजों सहित दूसरे प्रोडक्ट के फेक रिव्यू पर रोक लगेगी। ऐसे में जल्द ही इन वेबसाइट्स को फेक रिव्यू को हटाना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने ये कार्रवाई कस्टमर्स की शिकायतों के बाद की गई हैं।

फेक रिव्यू पर सरकार सख्त

ई-कॉमर्स कंपनियों के फेक रिव्यू मामलों की शिकायतों के बाद सरकार ने कड़ा एक्शन लिया हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कस्टमर्स के कमेंट डिलीट या एडिट करने का ऑप्शन नहीं होगा, जिससे इन प्लेटफॉर्म पर किसी प्रोडक्ट के सही रिव्यु मिल सकेंगे। साथ ही कस्टमर की निगेटिव कमेंट डिलीट नहीं कर सकेंगे। ऐसे में कोई कंपनी यह नियम तोड़ती है, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रोडक्ट की गुणवत्ता गलत तारीफ करने वाले फेक रिव्यू हटाने का आदेश दिया है।

प्लेटफॉर्म से हटाए जा सकते है खराब सामान

प्लेटफॉर्म पर मौजूद प्रोडक्ट्स को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के मानदंडों पर खरा उतरना होगा। ऐसे में खराब क्वालिटी प्रोडक्ट प्लेटफॉर्म से हटाए जा सकते है। ऐसे में भ्रामक रिव्यू और रेटिंग से कस्टमर गुमराह होता है। ऐसे में ये कार्रवाई की जा सकती है।

फेक रिव्यू की शिकायतें लगातार बढ़ रही

उपभोक्ता मामलों के विभाग ने यह कार्रवाई कस्टमर्स की बढ़ती शिकायतों के कारण की हैं। इसमें शिकायतों में लगातार इजाफा भी हुआ हैं। आपको बता दें कि साल 2018 में ये शिकायतें 95,270 थीं, जो साल 2023 में बढ़कर 4,44,034 हो गई।

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