बिजनेस डेस्क। रिलायंस ग्रुप की स्थापना करने वाले और देश के सबसे बड़े उद्योगपति रहे धीरूभाई अंबानी की 6 जुलाई को पुण्यतिथि थी। धीरूभाई ने बहुत संघर्ष के बाद इस रिलायंस की स्थापना की थी, जो आज भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। धीरूभाई का निधन 6 जुलाई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, लेकिन तब तक उन्होंने एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य कायम कर लिया था। आगे चल कर उनके दोनों बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच बंटवारा हो गया, लेकिन मुकेश अंबानी के नेतृत्व में आज रिलायंस इंडस्ट्रीज देश ही नहीं, दुनिया की बड़ी कंपनियों में शुमार हो गई है। अनिल अंबानी की पत्नी टीना अंबानी ने अपन ससुर धीरूभाई अंबानी की डेथ एनिवर्सरी पर इंस्टाग्राम पर पोस्ट डाल कर उन्हें याद किया।
बिजनेस डेस्क। पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों को मदद देने वाली केंद्र सरकार की बड़ी योजनाओं में से एक है। इसमें लाभार्थी किसानों के खाते में सीधा पैसा जाता है। सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि इस स्कीम के तहत कुछ लोग गलत तरीके से पैसा ले रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अपनाने जा रही है। सरकार का मकसद है कि पैसे जरूरतमंद और सही लोगों तक ही पहुंचे।
बिजनेस डेस्क। भारत सरकार की अटल पेंशन योजना में बड़ा बदलाव हुआ है। पेंशन फंड रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस स्कीम में जो बदलाव किए हैं, उसका फायदा 2 .28 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिलेगा। नए नियमों के तहत इस पेंशन योजना के सब्सक्राइबर्स साल में कभी भी एक बार पेंशन राशि को घटा या बढ़ा सकते हैं। यह सब्सक्राइबर्स के इनकम घटने-बढ़ने के आधार पर हो सकता है।
कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए उर्वरक मंत्रालय ने किसानों को यह सुविधा दी है कि वे फर्टिलाइजर का भुगतान डिजिटल माध्यम से कर सकें।
बिजनेस डेस्क। धीरूभाई अंबानी भारत के कारोबारी जगत के लिए वो नाम हैं जिन्होंने अपने जीवन में असाधारण उपलब्धि हासिल की। उपलब्धि भी ऐसी-वैसी नहीं। मात्र कुछ रुपये से शुरू कारोबार को उन्होंने 75 हजार करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाली कंपनी बना दिया। धीरूभाई के बाद उनके बड़े बेटे मुकेश अंबानी विरासत में मिले कारोबार को और आगे लेकर जा चुके हैं। हालांकि धीरूभाई के दूसरे बेटे अनिल अंबानी इस वक्त कारोबारी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
बिजनेस डेस्क। कोरोनावायरस महामारी की वजह से कई कामों में परेशानी आई है। इस समय खास तौर पर सभी टैक्सपेयर्स इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने को लेकर परेशान हैं। समय पर इनकम टैक्स भरने की चिंता सबों को होती है। इस बार कोरोना महामारी की वजह से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख कई बार बढ़ाई है। इसके साथ ही विभाग ने टैक्स में छूट पाने के लिए इन्वेस्टमेंट की लास्ट डेट भी बढ़ा कर 31 जुलाई कर दी है। इसके साथ ही, विभाग ने कई तरह के बदलाव किए हैं। जानते हैं इन बदलावों के बारे में।
बिजनेस डेस्क। कोरोना संकट के दौरान गोल्ड में निवेश सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में गोल्ड में निवेश के लिए आकर्षण बढ़ा है। इस साल गोल्ड की कीमतों में करीब 40 फीसदी तेजी आई है। ऐसे में, अगर आप सस्ते में सोना खरीदना चाहते हैं, तो मोदी सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में इसके लिए आपके पास मौका है। सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-21 सीरीज-4 का सब्सक्रिप्शन आज से ही खुलने जा रहा है। आप 10 जुलाई तक इस स्कीम में सोना खरीद सकते हैं।
बिजनेस डेस्क। आज देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखने वाले और उसे सफलता की उंचाइयों तक पहुंचाने वाले धीरूभाई अंबानी की डेथ एनिवर्सरी है। धीरूभाई अंबानी का जन्म गुजरात के जूनागढ़ जिले के एक छोटे से गांव चोरवाड़ में 28 दिसंबर, 1932 को हुआ था। गरीबी की वजह से उन्हें बचपन से ही तरह-तरह के काम करने पड़े। उन्होंने पकौड़े भी बेचे और यमन में पेट्रोल पंप पर भी काम किया, लेकिन अपनी बुद्धि और मेहनत की बदौलत कुछ ही समय में उन्होंने एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य कायम कर लिया। धीरूभाई अंबानी की मृत्यु 6 जुलाई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने से हुई। लेकिन तब तक उन्होंने रिलायंस को देश की सबसे बड़ी कंपनी बना दिया था और उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। धीरूभाई के बारे में कहा जाता है कि जिस चीज को भी वे हाथ लगा देते थे, वह सोना बन जाती थी। जानते हैं धीरूभाई की सक्सेस स्टोरी।
बिजनेस डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज के रूप में देश का सबसे बड़ा बिजनेस एम्पायर खड़ा करने वाले धीरूभाई अंबानी की 6 जुलाई को डेथ एनिवर्सरी है। धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर, 1932 को गुजरात के जूनागढ़ जिले के एक छोटे से गांव चोरवाड़ में हुआ था। धीरूभाई का जीवन संघर्षों से भरा रहा। बहुत ही कम उम्र से उन्होंने तरह-तरह के काम करने शुरू कर दिए। उन्होंने पकौड़े भी बेचे और यमन में पेट्रोल पंप पर नौकरी भी की। लेकिन अपनी मेहनत और बुद्धि की बदौलत वे एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य खड़ा कर पाने में सफल रहे। उन्होंने जिस रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की, वह उनके बेटे मुकेश अंबानी के नेतृत्व में लगातार आगे बढ़ रही है। धीरूभाई अंबानी की मृत्यु 6 जुलाई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने से हो गई। उस समय उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। धीरूभाई अंबानी अपनी पत्नी कोकिलाबेन से बहुत ज्यादा प्यार करते थे। कोकिलाबेन का कहना है कि वह कोई भी महत्वपूर्ण फैसला उनसे पूछे बिना नहीं लेते थे। धीरूभाई के निधन के बाद कोकिलाबेन ने मुद्रा वेबसाइट को एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने अपने पति से जुड़ी यादों को साझा किया था। इससे पता चलता है कि धीरूभाई एक बड़े उद्योगपति होने के साथ ही अपनी पत्नी को बहुत प्यार करने वाले खुशदिल इंसान थे।
बीते सप्ताह टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 31,294.89 करोड़ रुपए से बढ़ कर 8,25,149.40 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 28,464.11 करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ 11,33,168.55 करोड़ रुपए रहा।