सार
पहले से ही कंगाली की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। महंगाई और आर्थिक संकट ( Economic Crisis) की मार झेल रहे पाकिस्तान (Pakistan) के लोगों को अब वहीं के सेंट्रल बैंक ने जोरदार झटका दिया है।
Pakistan Interest Rate Hike: पहले से ही कंगाली की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान के लिए एक और बुरी खबर है। महंगाई और आर्थिक संकट ( Economic Crisis) की मार झेल रहे पाकिस्तान (Pakistan) के लोगों को अब वहीं के सेंट्रल बैंक ने जोरदार झटका दिया है। दरअसल, पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने लोन की दरें बढ़ा दी हैं।
पाकिस्तान में 22% हुई लोन की ब्याज दर
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने सोमवार को इमरजेंसी बैठक बुलाई और इसमें अपने पॉलिसी रेट्स में 100 बेसिस प्वाइंट यानी सीधे-सीधे 1% का इजाफा कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान में लोन की दर 22% पहुंच गई है। बता दें कि पाकिस्तान ने महंगाई को कंट्रोल करने के लिए लोन की दरों में इजाफा किया है।
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने क्यों सख्त की मॉनिटरी पॉलिसी?
दरअसल, पाकिस्तान सरकार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)से 1 बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज पास कराना है। इसके लिए आईएमएफ ने पाकिस्तान के सामने कुछ शर्तें रखी हैं। इन्हीं शर्तों को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने सख्त मॉनिटरी पॉलिसी को लागू करते हुए लोन को महंगा कर दिया है।
पाकिस्तान ने अप्रैल, 2022 से अब तक 12% बढ़ाई ब्याज दर
बता दें कि पाकिस्तान ने देश में बढ़ती महंगाई को काबू में करने के लिए अप्रैल 2022 के बाद से अब तक 12.25 प्रतिशत ब्याज दर बढ़ाई है। बता दें कि पाकिस्तान में महंगाई दर 40% तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है, जिससे निपटना उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
पाकिस्तान से 170 गुना ज्यादा है भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
16 जून, 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) सिर्फ 3.5 बिलियन डॉलर बचा है। पिछले हफ्ते के 4.02 बिलियन डॉलर की तुलना में इसमें 482 मिलियन डॉलर की कमी आई है। वहीं पाकिस्तान की तुलना में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 170 गुना ज्यादा है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार फिलहाल 596 बिलियन डॉलर है, जो कि दुनिया में चौथा सबसे ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व है।
ये भी देखें :
फिर बढ़ा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, 2.35 बिलियन डॉलर की तेजी के साथ पहुंचा इतने बिलियन डॉलर