सार

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, छोटी बचत योजनाओं में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है, खासकर दिल्ली, मध्य प्रदेश और केरल में। एक्सपर्ट्स का मानना है कि रिटायर्ड लोग इन योजनाओं में सबसे ज़्यादा निवेश कर रहे हैं।

बिजनेस डेस्क. बीते कुछ सालों में शेयर मार्केट और म्यूचल फंड में निवेशकों की दिलचस्पी काफी बढ़ी है, लेकिन कई इन्वेस्टर्स ऐसे है जिनका भरोसा अब भी छोटी सेविंग्स स्कीम्स पर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छोटी बचत योजनाओं में लोग काफी काफी पैसा लगा रहे है। आइए देखते है, छोटी योजनाओं से जुड़ी एनुअल रिपोर्ट 2023-24 के बारे में।

इन योजनाओं पर निवेशकों का भरोसा

केंद्र सरकार की किसान विकास पत्र, पीपीएफ, वरिष्ठ नागरिक योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट और राष्ट्रीय बचत मासिक आय योजना सहित 11 छोटी बचत योजनाएं है।

ये राज्य इन्वेस्ट में सबसे आगे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छोटी सेविंग स्कीम में दिल्ली, मध्य प्रदेश और केरल में काफी निवेश किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि रिटायर्ड लोग इन छोटी सेविंग स्कीम में निवेश करते हैं। वित्त वर्ष में 2023-24 में इन तीन राज्यों से 15080.23 करोड़ रुपए जमा किए गए। वहीं, इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 में 12675.74 करोड़ रुपए जमा किया था। ऐसे में छोटी बचत में होने वाले जमा में 1404.49 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है।

सीनियर सिटीजन के लिए

बीते साल सरकार ने दो साल के टेन्योर के लिए महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र लेकर आई थी। ये स्कीम 31 मार्च 2025 तक के लिए है। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में सीमा को बढ़ाकर 15 से 30 लाख रुपए कर दिया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय बचत मासिक आय खाता योजना की लिमिट 9 लाख रुपए कर दिया गया है।

जानें किस स्कीम पर कितना ब्याज

बचत खाता योजना में 4%, सुकन्या समृद्धि योजना में 8%, पीपीएफ में 7.1%, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में 5 साल के लिए 7.7%, किसान विकास पत्र में 7.5% में ब्याज मिल रहा है।

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