सार

बिजनेस की भाषा में समझें तो राजीव जैन ने अडानी के बुरे दौर में पैसा लगाकर एक बहुत बड़ा जोखिम उठाया और जितना बड़ा जोखिम होता है प्रॉफिट भी उतना ही बड़ा होता है।

बिजनेस डेस्क. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद बेहद बुरे दौर से गुजरने वाले अडाणी के संकटमोचन बने राजीव जैन ने एक झटके में 3100 करोड़ रु कमा लिए। गुरुवार को उनकी कंपनी GQG Partners ने अडानी ग्रुप के 15,446 करोड़ के शेयर खरीद डाले थे। इसी वजह से अडानी ग्रुप के शेयर के दाम आसमान छूने लगे और उनकी नेटवर्थ में भी जबर्दस्त इजाफा हुआ था। वहीं राजीव जैन को भी इससे छप्पर फाड़ प्रॉफिट हुआ।

यहां पहुंचे जैन द्वारा लिए गए शेयर्स

अडानी समूत के शेयरों में जबर्दस्त उछाल जारी है। इसी वजह से राजीव जैन द्वारा अडाणी ग्रुप में खरीदे गए 15 हजार 446 करोड़ रु के शेयर्स की कीमत बढ़कर 18,548 करोड़ रु तक पहुंच गई है। बिजनेस की भाषा में समझें तो राजीव जैन ने अडानी के बुरे दौर में पैसा लगाकर एक बहुत बड़ा जोखिम उठाया और जितना बड़ा जोखिम होता है प्रॉफिट भी उतना ही बड़ा होता है।

क्या है हिंडनबर्ग मामला?

दरसअल, पिछले महीने अमेरिका की Hindenburg नामक कंपनी ने अडानी ग्रुप पर शेयर्स से छेड़छाड़ करने जैसे कई संगीन आरोप लगाए थे। इस नेगेटिव रिपोर्ट की वजह से इन्वेस्टर्स अडानी ग्रुप्स को छोड़ने लगे थे, जिससे एक महीने में शेयर बुरी तरह धराशाई हो गए लेकिन अब अडानी बेहद तेजी के साथ वापसी कर रहे हैं। फोर्ब्स की Real Time Billionaires लिस्ट में फिलहाल अडानी सबसे ज्यादा कमाई करने के मामले में टॉपर हैं। पिछले तीन दिनों से वे टॉप गेनर हैं। अडानी ने शुक्रवार को शेयर मार्केट खुलने के कुछ ही घंटों में 4.8 अरब डॉलर यानी करीब लगभग 40 हजार करोड़ रु कमा लिए थे।

यह भी पढ़ें : गिरने के बाद ऐसे उछले अडानी के शेयर कि दुनिया के कई अरबपतियों को पछाड़ा, अब इतनी हो गई Gautam Adani की संपत्ति

अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स के लिए यहां क्लिक करें…