सार

रतन टाटा के अंतिम संस्कार में उनके सबसे करीबी दोस्त शांतनु नायडू की आंखों में नमी साफ दिख रही थी। 31 साल के शांतनु और रतन टाटा के बीच उम्र का बड़ा फासला होने के बावजूद दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी।

Ratan Tata Funeral: टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा का 9 अक्टूबर देर रात निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीचकैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। रतन टाटा का पार्थिव शरीर 10 अक्टूबर को वर्ली श्मशान घाट लाया गया, जहां यहां अंतिम संस्कार से पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रतन टाटा के निधन से अगर कोई सबसे ज्यादा दुखी दिखा तो वो 31 साल के शांतनु नायडू हैं। अपने सबसे अच्छे दोस्त को खोने वाले शांतनु की आंखों में नमी साफ झलक रही थी।

Ratan Tata को अंतिम विदाई देते समय एकटक निहारते रहे शांतनु

Ratan Tata के अंतिम संस्कार में शांतनु नायडू सबसे आगे नजर आए। खुद से 55 साल बड़े अपने दोस्त रतन टाटा को अंतिम विदाई देते समय शांतनु उन्हें एकटक निहारते दिखे। बता दें कि शांतनु टाटा ग्रुप में ही काम करते हैं, लेकिन रतन टाटा से उनका रिश्ता कर्मचारी से कहीं ज्यादा दोस्ती का था। दोनों काफी क्लोज बॉन्डिंग शेयर करते थे।

जब Ratan Tata के कंधे पर हाथ रखे दिखे शांतनु

2021 में रतन टाटा का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने शांतनु नायडू के साथ अपना 84वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया था। इस वीडियो में शांतनु रतन टाटा के कंधे पर हाथ रखे हुए नजर आए थे। इसी से दोनों की दोस्ती का अंदाजा लगाया जा सकता है।

कौन हैं शांतनु नायडू, कैसे बने रतन टाटा के इतने करीबी

शांतनु नायडू ने अमेरिका की कार्नेल यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री ली है। वो जुलाई, 2018 से ही रतन टाटा के ऑफिस में बतौर डिप्टी जनरल मैनेजर काम कर रहे हैं। दरअसल, रतन टाटा को स्ट्रीट डॉग्स से बेहद लगाव था और शांतनु से उनकी करीबी की वजह भी इसी से जुड़ी है। शांतनु स्ट्रीट डॉग्स के लिए किए गए काम की वजह से ही रतन टाटा के करीब आए। शांतनु की खुद की एक कंपनी है, जिसका नाम मोटोपॉज है। ये कंपनी कुत्तों के लिए अंधेरे में चमकने वाले रिफ्लेक्टर कॉलर बनाती है।

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