Why Share Market Rise: फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल के बयान के बाद भारतीय शेयर बाजार में जोश लौट आया। रेट कट की उम्मीदों से सेंसेक्स और निफ्टी करीब 1% चढ़े। मजबूत रुपया, कच्चे तेल में गिरावट और पॉजिटिव ग्लोबल संकेतों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।
Sensex-Nifty Rise Reasons: आज, बुधवार को शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिली। 15 अक्टूबर को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 1% उछले। दोपहर करीब 3 बजे तक सेंसेक्स 576 अंक बढ़कर 82,605.71 पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 187 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ 25,332.75 पर ट्रेड कर रहा। इस रैली में नेस्ले इंडिया, जियो फाइनेंशियल, एशियन पेंट्स, HDFC लाइफ और बजाज फिनजर्व जैसे दिग्गज शेयर 3% तक चढ़े। आइए जानते है स्टॉक मार्केट में तेजी के 6 सबसे बड़े कारण...
Fed रेट कट की उम्मीद ने बढ़ाया उत्साह
यूएस फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिकी लेबर मार्केट कमजोर है, जबकि इकोनॉमी फिलहाल स्टेबल दिख रही है। उनका यह बयान संकेत देता है कि इस महीने फिर से रेट कट हो सकता है, जिससे डॉलर और बॉन्ड यील्ड्स में गिरावट आ सकती है। इसका सीधा फायदा भारत जैसे उभरते बाजारों को मिलेगा, जहां विदेशी निवेशक (FII) अब फिर से एंट्री ले सकते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर फेड अगले दो महीने में दो और रेट कट करता है, तो भारतीय इक्विटीज को जबरदस्त सपोर्ट मिलेगा।
वोलैटिलिटी में कमी, निवेशकों को राहत
आज इंडिया VIX करीब 4% घटकर 10.76 पर आ गया। कम VIX का मतलब कम डर, ज्यादा भरोसा है। यानी निवेशक अब रिस्क लेने को तैयार हैं। जिसका असर मार्केट पर दिखा और सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी देखने को मिली।
रुपया हुआ मजबूत
रुपया आज 87.93 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जो कल के ऑल टाइम लो से 88 पैसे ऊपर है। यूएस डॉलर इंडेक्स की कमजोरी और RBI के संभावित हस्तक्षेप से करेंसी को सपोर्ट मिला। मजबूत रुपया विदेशी निवेशकों के लिए भारत को और आकर्षक बनाता है।
क्रूड ऑयल में नरमी
ब्रेंट क्रूड 0.19% गिरकर 62.27 डॉलर प्रति बैरल पर आया। IEA (इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी) ने 2026 तक सप्लाई सरप्लस की चेतावनी दी है। भारत, जो तेल का बड़ा आयातक है, के लिए ये पॉजिटिव खबर है।
ग्लोबल मार्केट से पॉजिटिव संकेत
एशियाई बाजारों में भी तेजी रही। कोरिया के Kospi, जापान के Nikkei 225, चीन के Shanghai SSE और हॉन्गकॉन्ग के Hang Seng सभी इंडेक्स हरे निशान में रहे। वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स भी पॉजिटिव दिखे, जिससे US मार्केट में भी मजबूत ओपनिंग की उम्मीद है।
भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीद
यूएस-चीन के बीच तनाव बढ़ने के बाद भारत और अमेरिका के बीच जल्दी ट्रेड डील होने की संभावना बढ़ गई है। US ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने चीन पर प्रोवोकेटिव एक्शन्स का आरोप लगाया और कहा कि भारत और यूरोपीय देशों के साथ कोऑर्डिनेटेड स्ट्रेटजी पर काम जारी है। अगर ये डील होती है, तो भारतीय मैन्युफैक्चरिंग और टेक सेक्टर को बड़ा फायदा मिल सकता है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी निवेश सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से सलाह जरूर लें।
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