UPI Fraud Alert: डिजिटल फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे हैं और एक छोटी गलती आपकी पूरी सेविंग्स उड़ा सकती है। एयरटेल एमडी ने इसे लेकर यूजर्स को एक सलाह दी है। उन्होंने यूपीआई पेमेंट के लिए मेन अकाउंट यूज न करने को कहा है।
Digital Payment Safety Tips: डिजिटल पेमेंट आजकल काफी कॉमन हो गया है। छोटी दुकान या मॉल हर जगह UPI से चुटकियों में पेमेंट होता है। लेकिन एक छोटी-सी लापरवाही आपकी पूरी मेहनत की कमाई गायब कर सकती है। इसी खतरे को देखते हुए एयरटेल के एमडी गोपाल विट्टल ने यूजर्स को एक मैसेज दिया है। उन्होंने कहा, अगर आप रोज UPI अपने मेन बैंक अकाउंट से करते हैं, तो इससे बचें, वरना एक गलत क्लिक आपकी पूरी सेविंग्स उड़ा सकता है।
Airtel MD ने क्या अलर्ट मैसेज भेजा?
गोपाल विट्टल ने कहा कि आजकल साइबर फ्रॉड ऐसे-ऐसे नए तरीके निकाल रहे हैं, जिनके जाल में समझदार लोग भी फंस जाते हैं। नकली पार्सल डिलीवरी, लॉटरी का झांसा, बिजली बिल कटने की धमकी, KYC अपडेट का डर और यहां तक कि डिजिटल गिरफ्तारी जैसी बातें सुनाकर लोगों को डराया जाता है, ताकि वे तुरंत लिंक पर क्लिक कर दें। बस एक बार क्लिक होते ही फोन में ऐसा मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है या स्क्रीन शेयरिंग की अनुमति खुल जाती है कि फ्रॉडर्स आपके बैंक अकाउंट तक पहुंच बना लेते हैं और पूरा बैलेंस मिनटों में निकाल लेते हैं। कई लोग ये समझते हैं कि वे बहुत अलर्ट हैं, लेकिन फ्रॉडर्स आपकी हड़बड़ी, डर और जल्दबाजी का फायदा उठाते हैं।
UPI फ्रॉड कैसे यूजर्स को फंसाते हैं?
फ्रॉडर्स सबसे पहले एक भरोसेमंद सा मैसेज या कॉल भेजते हैं, जैसे आपका पार्सल फंसा है, आपका सिम बंद होने वाला है, आपका बिजली बिल बकाया है या आपको कैशबैक मिला है। इन चीज़ों को देखकर आम लोग तुरंत लिंक खोल देते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि ये एक छोटा-सा पेमेंट या कंफर्मेशन है। लेकिन असली खेल वहीं से शुरू होता है। लिंक पर क्लिक करते ही ऐसा पेज खुलता है, जो असली दिखता है और यूजर बिना सोचे-समझे कुछ भी परमिशन दे देते हैं। इसके बाद फ्रॉडर्स चुपचाप फोन को कंट्रोल कर लेते हैं और मेन बैंक अकाउंट से पैसे उड़ जाते हैं। कई बार यूजर को आखिरी तक पता नहीं चलता कि उसका फोन कब हैक हो गया और पैसा कब गायब।
सेकंड बैंक अकाउंट क्यों बनाना चाहिए?
एयरटेल एमडी का कहना है कि UPI यूजर्स को अपना मेन बैंक अकाउंट कभी भी डिजिटल पेमेंट्स के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उनकी सलाह है कि एक अलग सेकंडरी बैंक अकाउंट जरूर खोलें और उसमें सिर्फ उतने ही पैसे रखें, जितने UPI, किराना, बिल पेमेंट या शॉपिंग के लिए जरूरत हों। इससे फायदा ये होगा कि अगर कोई फ्रॉड लिंक खुल भी जाए तो आपका नुकसान सीमित होगा और आपका मेन अकाउंट और उसमें मौजूद फिक्स्ड डिपॉजिट, सेविंग्स और बड़ी रकम पूरी तरह सेफ रहेगी। यही तरीका आज ज्यादातर साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट भी सलाह देते हैं।
UPI फ्रॉड से कैसे बचें?
- कभी भी किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- KYC, लॉटरी, पार्सल, फाइन, कैशबैक वाले मैसेज इग्नोर करें।
- बैंक, UPI किसी यूजर से OTP, PIN नहीं मांगते, इस बात का ध्यान रखें।
- स्क्रीन शेयरिंग ऐप्स से बचें।
- कॉल पर कोई पेमेंट रिक्वेस्ट आए तो तुरंत काट दें।
- वॉट्सऐप पर आया पेमेंट लिंक कभी न खोलें।
इसे भी पढ़ें- UPI से गलत अकाउंट में भेज दिए पैसे? घबराएं नहीं, अपनाएं 5 मिनट वाला सिंपल तरीका
इसे भी पढ़ें- UPI PIN भूल गए? ऐसे 2 मिनट में बनाएं नया पिन बिना झंझट
