सार
जी 20 की बैठक 8 से 10 सितंबर के बीच दिल्ली में होना है। इस सम्मेलन से पहले 'शेरपा' की काफी चर्चा हो रही है। भारत की अध्यक्षता में हो रही G20 की बैठक के शेरपा अमिताभ कांत हैं।
G20 Summit Sherpa: जी 20 की बैठक 8 से 10 सितंबर के बीच दिल्ली में होना है। इस सम्मेलन से पहले 'शेरपा' की काफी चर्चा हो रही है। भारत की अध्यक्षता में हो रही G20 के शेरपा अमिताभ कांत हैं। G20 सम्मेलन के मद्देनजर नियुक्त होने वाले शेरपा कौन होते हैं और इनका क्या काम है, आइए जानते हैं।
क्या करते हैं G20 शेरपा?
G20 सम्मेलन के दौरान ग्रुप के सभी सदस्य देश अपने-अपने शेरपा नियुक्त करते हैं। ये शेरपा अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। G20 के दौरान ये शेरपा अपने देश के नेताओं की मदद करते हैं। शेरपा अपने देश के पॉलिसी डिसीजन से सभी सदस्य देशों को अवगत कराते हैं। इसके अलावा शेरपा देशी-विदेशी मेहमानों के बीच कोऑर्डिनेशन का काम भी करते हैं। शेरपा का पद राजदूत (Ambassador) के बराबर होता है। शेरपा की नियुक्ति सदस्य देशों की सरकार करती हैं।
कहां से आया शेरपा शब्द?
शेरपा शब्द हिमालय में नेपाल और तिब्बत के इलाकों में बसने वाले एक खास लोगों को कहा जाता है। ये हिमालय की दुर्गम परिस्थितियों में भी बेहद मजबूती के साथ डटे रहते हैं। वैसे, शेरपा तिब्बती भाषा का शब्द है, जो शेर+पा से मिलकर बना है। इसका मतलब है पूर्व के लोग। वैसे, शेरपाओं का मूल निवास तिब्बत था, लेकिन बाद में ये नेपाल में बस गए।
G20 का हर सदस्य देश नियुक्त करता है 'शेरपा'
G20 का हर सदस्य देश 'शेरपा'की नियुक्ति करता है। शेरपा उन लोगों को बनाया जाता है, जो डिप्लोमेसी यानी कूटनीति में माहिर होते हैं। इसके अलावा इन्हें आला दर्जे का राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव भी होता है।
G20 के लिए अब तक बने 6 शेरपा
बता दें कि G20 शिखर सम्मेलनों के लिए भारत की ओर से अब तक 6 शेरपा नियुक्त किए गए हैं। इनमें मोंटेक सिंह अहलूवालिया (2009), अरविंद पनगढ़िया (2015), शक्तिकांत दास (2018), सुरेश प्रभु (2019), पीयूष गोयल (2021) और शक्तिकांत दास (2023) हैं। बता दें कि अमिताभ कांत केरल कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं। वे नीति आयोग के प्रमुख भी रह चुके हैं।
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