जानें क्यों बोली सीमा हैदर, मेरी आधी जिंदगी तो बच्चे पैदा करने में गुजर गई..
- FB
- TW
- Linkdin
सवाल-ATS ने दोनों पासपोर्ट दिखाते हुए सीमा हैदर से पूछा- इनमें से असली कौन?
सीमा हैदर- मेरे पहले पासपोर्ट में सिर्फ सीमा लिखा था, जिससे परेशानी आ रही थी। इसलिए दूसरा पासपोर्ट सीमा गुलाम हैदर के नाम से बनवाया। दोनों ही असली हैं।
सवाल: तुम्हें पाकिस्तानी आर्मी या फिर ISI ने भेजा है?
सीमा हैदर- ISI क्या है, ये तो मुझे भारत में TV देखने से पता चला है। मैं सिर्फ सचिन के लिए ही पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत आई हूं।
सवाल: तुम पाकिस्तान में रही और ISI के बारे में नहीं सुना, ऐसा कैसे हो सकता है?
सीमा हैदर: मेरी आधी जिंदगी तो बच्चे पैदा करने और उन्हें पालने-पोसने में गुजर गई। अब मैं वक्त बिताने के लिए पबजी खेलती थी। ऐसे में ISI का नाम मैंने कभी नहीं सुना।
सवाल: तुम सिर्फ 5वीं तक पढ़ी हो, लेकिन अंग्रेजी बहुत अच्छी है?
सीमा हैदर: मैंने 2019 के बाद जब से पबजी खेलना शुरू किया तभी सीखती गई। पढ़े-लिखे लड़कों के साथ खेलती थी तो बातों-बातों में सीख गई।
सवाल: उर्दू अंग्रेजी के साथ तुम तो हिंदी भी अच्छी बोल रही हो, कहां से सीखी?
सीमा हैदर: सचिन से बात करते-करते मैंने हिंदी सीखी। मैं सिर्फ अपने प्यार के लिए यहां आई हूं। मुझे किसी ने न तो भेजा और न ट्रेनिंग दी है।
सवाल-सचिन मीणा तो खुद ठीक से हिंदी नहीं बोल पाता, वो कैसे सिखाएगा?
सीमा हैदर- UP एटीएस के इस सवाल पर सीमा बगलें झांकने लगी और कुछ उसके मुंह से कुछ नहीं निकला।
सवाल - तुम्हारे पास 4 मोबाइल और 4 सिम मिली हैं। एक टूटा हुआ फोन भी है, उसे तोड़ा क्यों था?
सीमा हैदर- नेपाल से भारत आई तो मेरी पाकिस्ताी सिम काम नहीं कर रही थी। सचिन ने मुझे नई सिम दिलाई। मोबाइल इसलिए तोड़ा, क्योंकि डर था कि पाकिस्तानी ट्रेस करेंगे।
सवाल- तुम्हारी सही उम्र क्या है। तुम 27 साल बताती हो। पासपोर्ट के हिसाब से 21 साल है?
सीमा हैदर: मैं 27 की हूं। पासपोर्ट में कुछ गड़बड़ हो गई थी, क्योंकि पाकिस्तान में तो हर जगह पैसा खाकर काम करते हैं। न खिलाओ तो कागजात गलत कर देते हैं।
सवाल - भारत आने के पीछे तुम्हारा क्या मकसद है?
सीमा हैदर- मैं केवल सचिन के लिए पाकिस्तान से भारत आई हूं। मैं जानती थी कि वहां पहुंचने पर मेरे साथ इसी तरह का सलूक होगा। मैं अब इन सबसे तंग आ गई हूं।
कहीं ISI की 'फूफी' तो नहीं है सीमा हैदर?
बता दें कि इंटेलिजेंस ब्यूरो इस बात की जांच कर रहा है कि सीमा हैदर कहीं ISI एजेंट 'फूफी' तो नहीं। दरअसल, ISI जासूसी के लिए भारतीय मर्दों को फंसाने वाली लड़कियों को 'फूफी' कोडनेम से बुलाता है। वहीं, पैसों के लेनदेन का कोड 'फल' है।
ये भी देखें :
जानें कितनी प्रॉपर्टी बेचकर भारत आई सीमा हैदर, पति करता है ये काम