सार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि कुछ दिन पहले संसद में उनका दो घंटे से अधिक समय का बजट भाषण जरूरी था क्योंकि अर्थव्यवस्था के प्रत्येक पहलू को तवज्जो दी जानी थी। उन्होंने कहा कि यदि इससे लोगों को असुविधा हुई तो वह खेद व्यक्त करती हैं।

चेन्नई. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि कुछ दिन पहले संसद में उनका दो घंटे से अधिक समय का बजट भाषण जरूरी था क्योंकि अर्थव्यवस्था के प्रत्येक पहलू को तवज्जो दी जानी थी। उन्होंने कहा कि यदि इससे लोगों को असुविधा हुई तो वह खेद व्यक्त करती हैं।

लंबा भाषण देना जरुरी था

सीतारमण से जब पूछा गया कि क्या इतना लंबा भाषण देना जरूरी था, तो उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत थी। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'इसकी आवश्यकता थी। निश्चित रूप से इसकी जरूरत थी। मैंने पानी पीने के बाद बचे हुए हिस्से को पूरा किया।'

भाषण देते समय सांस भी फूलने लगी थी

गौरतलब है कि वित्त मंत्री ने एक फरवरी को संसद में दो घंटे से भी अधिक समय का बजट भाषण दिया था। इस दौरान एक समय उनकी सांस भी फूलने लगी थी। हालिया दशकों में ऐसा पहली बार देखने को मिला था।

वित्त मंत्री ने कहा, 'माफ कीजिए। मैं आपकी बात से सहमत हूं। आप सभी को असुविधा हुई होगी।'

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)