बिजनेस डेस्क: फैमिली का ज्वेलरी बिजनेस छोड़ कर बैंकिंग बिजनेस में कदम रखने वाले यस बैंक के राणा कपूर आज ED की गिरफ्त में हैं। यस बैंक को लेकर उनकी नीतियों का नतीजा है की आज देश का चौथा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक जांच एजेंसी के रडार पर है। अरबपतियों की लिस्ट में आने के एक साल बाद, कपूर की हालत तब खराब होने लगी जब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने उनसे जनवरी 2019 तक यस बैंक के सीईओ के रूप में अपने पद से हटने को कहा। इसके बाद जुलाई तक,यस बैंक के शेयर की कीमत 78% घट गई जिसके बाद कपूर की संपत्ति घट के 377 मिलियन डॉलर (270 करोड़ रुपए) रह गई।