सार
आरबीआई ने रेपो दरों में 0.40 फीसदी का इजाफा किया है। जिसकी वजह से रेपो दरें 4.40 फीसदी कर दिया है। जोकि बैंकों पर लागू होंगी। बैंक इन दरों को आम लोगों पर ट्रांसफर कर देंगे। जिसकी वजह से आम लोगों की ईएमआई में इजाफा हो जाएगा।
बिजनेस डेस्क। आरबीआई ने 32 महीने के बाद अपनी नीतिगत ब्याज दर यानी रेपो दरों में इजाफा किया है। जोकि आम लोगों के लिए काफी चौंकाने वाला भी है, क्योंकि आरबीआई की एमपीसी की बैठक जून में होने वाली थी, लेकिन इस आरबीआई ने इमरजेंसी मीटिंग की और ब्याज दरों में इजाफा कर दिया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई चरम पर है। जिससे छूटकारा पाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा करना जरूरी हो गया था। फरवरी और मार्च के महीने रिटेल महंगाई 6 फीसदी से ज्यादा रही है। अप्रैल के महीने में भी 6 फीसदी से ज्यादा रहने के आसार हैं। जिसकी वजह से ब्याज दरों में इजाफा करना पड़ा।
लोन ईएमआई होगा इजाफा
आरबीआई ने रेपो दरों में 0.40 फीसदी का इजाफा किया है। जिसकी वजह से रेपो दरें 4.40 फीसदी कर दिया है। जोकि बैंकों पर लागू होंगी। बैंक इन दरों को आम लोगों पर ट्रांसफर कर देंगे। जिसकी वजह से आम लोगों की ईएमआई में इजाफा हो जाएगा। जानकारों की मानें तो अगर किसी ने 20 साल के लिए 50 लाख रुपए का कर्ज लिया है तो उसकी ईएमआई में करीब 1200 रुपए का इजाफा देखने को मिलेगा। आपको बता दें कि अगस्त 2018 के बाद पहली बार रेपो दरों में इजाफा किया है।
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उदाहरण से समझें
आपकी ईएमआई में 1200 रुपए का इजाफा कैसे होगा, इसे एक उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं। अगर आपने 20 साल के लिए 50 साल का लोन लिया है और इस आपको 6.7 फीसदी का ब्याज चुकाना पड़ रहा है तो आपको मौजूदा ईएमआई 37,870 रुपए होती है। वहीं आरबीआई की ब्याज दर बैंक अपने कस्टमर्स की ओर ट्रांसफर करते हैं तो लोन ब्याज दर 7.1 फीसदी हो जाएगी। जिसके बाद आपकी ईएमआई में बढ़कर 39,066 हो जाएगी। इसका मतलब है कि आपकी ईएमआई में करीब 1200 रुपए का इजाफा हो जाएगा।
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रेपो दरों में 32 महीने के बाद हुआ इजाफा
आज यानी बुधवार को आरबीआई ने एमपीसी की इमरजेंसी मीटिंग कर रेपो दर में 0.40 फीसदी का इजाफा कर दिया। जिसके बाद आरबीआई की रेपो दरें 4.40 फीसदी हो गई हैं। इस इजाफे के बाद आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि इससे पहले आरबीआई 11 एमपीसी बैंठकों में रेपो दरों में कोई इजाफा नहीं किया था। आरबीआई गवर्नर के अनुसार बीते कुछ महीनों से मंहगाई दर 6 फीसदी के कंफर्ट लेवल को पार गई हैं। अप्रैल में यही लेवल रहने की संभावना है। जिसकी वजह से रेपो दरों में इजाफा किया गया है।