सार
Russia Ukarine War: मार्च 2020 के बाद शेयर बाजार (Share Market Crash) में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के अनुसार बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 2700 अंकों की गरावट के साथ 54529 अंकों पर बंद हुआ। आखिरी बार सेंसेक्स का यह स्तर अगस्त 2021 में देखने को मिला था।
Russia Ukarine War: यूक्रेन पर रूस के आक्रमण (Russia Ukarine War) की वजह से गुरुवार को भारतीय इक्विटी मार्केट (Indian Equity Market) में दो साल के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। ऐसी गिरावट मार्च 2020 के आखिरी सप्ताहों में देखने को मिली थी जब देश में लॉकडाउन लगाया गया था और कोविड 19 केसों की संख्या में तेजी आनी शुरू हुई थी। आज शेयर बाजार (Share Market) में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स (Sensex) 2700 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ और निवेशकों के एक ही दिन में 13.44 लाख करोड़ रुपए डूब गए। जानकारों की माानें तो अमरीका, यूरोपीय यूनियन, नाटो देश रूस पर प्रतबिंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं। जिसके बाद बाजार में और भी ज्यादा गिरावट आ सकती है।
करीब 7 महीने के निचले स्तर पर बाजार
शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ है। मार्च 2020 के बाद शेयर बाजार में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के अनुसार बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 2700 अंकों की गरावट के साथ 54529 अंकों पर बंद हुआ। आखिरी बार सेंसेक्स का यह स्तर अगस्त 2021 में देखने को मिला था। वैसे जनवरी 2022 के पीक से सेंसेक्स 16 फीसदी नीचे आ चुका है। वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 815 अंकों की गिरावट के साथ 16248 अंकों पर बंद हुआ है। 11 अगस्त के बाद निफ्टी अपने सबसे निचले स्तर पर है।
किन शेयरों में कितनी गिरावट
एनएसई इंडेक्स पर सभी 50 शेयर टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, यूपीएल, ग्रासिम, अडानी पोर्ट्स, हीरो मोटो, जेएसडब्ल्यू स्टील, एमएंडएम और एचडीएफसी लाइफ 6 से 11 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलकैप में 5.5 फीसदी और 5.7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। बैंक ऑफ इंडिया, अपोलो टायर्स, भेल, वोडाफोन आइडिया, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, एलएंडटी हाउसिंग फाइनेंस, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, एचईजी, रेन इंडस्ट्रीज, एनबीसीसी, एचएफसीएल और आलोक इंडस्ट्रीज में 14 फीसदी तक की गिरावट आई। पेंट, एविएशन, टायर और ओएमसी, जो कच्चे माल के रूप में क्रूड डेरिवेटिव पर बहुत अधिक निर्भर हैं, 10 फीसदी तक गिर गए।
निवेशकों को मोटा नुकसान
अगर बात बाजार निवेशकों की करें तो उन्हें मोटा नुकसान हुआ है। आंकड़ों अनुसार बीएसई का मार्केट कैप आज 2,42,24,179.79 करोड़ रुपए पर बंद हुआ, जबकि एक दिन पहले बाजार बंद होने पर बीएसई का मार्केट कैप 2,55,68,668.33 करोड़ रुपए पर था। इसका मतलब यह हुआ बाजार निवेशकों को 13.44 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यही बाजार निवेशकों का नुकसान भी है। जानकारों की मानें आने वाले दिनों में निवेशकों का नुकसान और भी ज्यादा बढ़ सकता है।