सार

देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूह टाटा सन्स (Tata Sons) की लिस्टेड कंपनियों में हिस्सेदारी की वैल्यू सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू से ज्यादा हो गई है। इस तरह, टाटा सन्स अब देश में लिस्टेड कंपनियों का सबसे बड़ा प्रमोटर बन गया है।

बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूह टाटा सन्स (Tata Sons) की लिस्टेड कंपनियों में हिस्सेदारी की वैल्यू सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू से ज्यादा हो गई है। इस तरह, टाटा सन्स अब देश में लिस्टेड कंपनियों का सबसे बड़ा प्रमोटर बन गया है। लिस्टेड कंपनियों में टाटा सन्स की हिस्सेदारी की वैल्यू 9.28 लाख करोड़ रुपए है, वहीं सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू 9.24 लाख करोड़ रुपए है। 

सरकारी कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट
हाल के दिनों में सरकारी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। इससे उनका मार्केट कैपिटलाइजेशन कम हुआ है। वहीं, टाटा सन्स देश की लिस्टेड कंपनियों के सबसे बड़े प्रमोटर के तौर पर उभरा है। बता दें कि पिछले 20 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है। लिस्टेड कंपनियों में टाटा सन्स की हिस्सेदारी की वैल्यू पिछले 1 साल में 34.4 फीसदी बढ़ी है। यह रकम कुल 9.28 लाख करोड़ रुपए है।

सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू कितनी घटी
पिछले 1 साल में लिस्टेड सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू 19.7 फीसदी घटी है। बता दें कि दिसंबर 2019 में सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू टाटा सन्स की तुलना में 67 फीसदी ज्यादा थी। मार्च 2015 में लिस्टेड सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू टाटा सन्स से करीब ढाई गुना ज्यादा थी।

टाटा ग्रुप का मार्केट कैप
टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 31 दिसंबर 2020 तक 15.6 लाख करोड़ रुपए था, वहीं सरकारी कंपनियों का मार्केट कैप 15.3 लख करोड़ रुपए था। साल 2019 में लिस्टेड सरकारी कंपनियों की वैल्यू 18.6 लाख करोड़ रुपए थी, जबकि टाटा ग्रुप की कंपनियों की वैल्यू 11.6 लाख करोड़ रुपए थी।

टाटा की 29 कंपनियां हैं लिस्टेड
टाटा ग्रुप की 29 कंपनियां लिस्टेड हैं। फिलहाल, टाटा ग्रुप की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कन्सल्टेंसी सर्विसेस (TCS) है। इसका मार्केट कैप करीब 11 लाख करोड़ रुपए है। टाटा ग्रुप की दूसरी कंपनियों में टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाइटन वगैरह हैं। मार्केट कैप के मामले में टाटा ग्रुप रिलायंस ग्रुप (RIL) और एचडीएफसी ग्रुप (HDFC Group) से आगे है।