सार

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 में भारत में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी थी। शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 7.1 फीसदी और ग्रामीण इलाकों में 6.2 फीसदी थी। 

बिजनेस डेस्क. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण कई राज्यों में पाबंदियां बढ़ा दी गई हैं। महामारी के कारण एक तरफ जहां मौतें हो रही हैं वहीं, दूसरी तरफ लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ रहा है। दूसरी लहर के कारण काम-धंधे बंद हैं तो कई लोगों के रोजगार भी छूट गए हैं। देश में बेरोजगारी दर भी तेजी से बढ़ रही है। 9 मई को हुए हफ्ते में  बेरोजगारी दर बीते 4 महीनों में सबसे अधिक हो गई है। बेरोजगारी दर देश में 8.67 फीसदी तक पहुंच गई है।

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सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि गांवों के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। पिछले हफ्ते शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर 1.64 फीसदी बढ़कर 1.72 फीसदी पहुंच गई। ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर लगातार नीचे रही। 9 मई को समाप्त हुए हफ्ते में ग्रामीण बेरोजगारी दर 7.29 फीसदी थी, जो उसके एक हफ्ते पहले 7.35 फीसदी और चार अप्रैल को 8.58 फीसदी थी।

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महंगाई दर में राहत
देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच महंगाई से आम जनता को राहत मिली है। 50 अर्थशास्त्रियों के बीच किए गए सर्वे के अनुसार, सब्जियों और खराब होने वाले पदार्थों की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी। अप्रैल में खुदरा महंगाई घटकर तीन महीने के निचले स्तर पर आ सकती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 में भारत में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी थी। शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 7.1 फीसदी और ग्रामीण इलाकों में 6.2 फीसदी थी। मार्च में भी शहरों में बेरोजगारी की समस्या ज्यादा थी।