सार

5 महीने पहले कंपनी तब विवादों में आई थी, जब 10 मिनट में खाना पहुंचाने का दावा किया गया था। कंपनी के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने एक ब्लॉग के जरिए इस बात की जानकारी दी थी। इस पर लोकसभा सदस्य कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि यह बिल्कुल बेतुकी सर्विस है। इससे डिलीवरी करने वालों पर बेकार का दबाव बढ़ेगा।
 

नई दिल्ली। देश की जानीमानी फूड डिलेवरी कंपनी जोमैटो एक बार फिर विवादों में है। जोमैटो के महाकाला से जुड़ा एक विज्ञापन इस बार विवाद की असल वजह है। उज्जैन में महाकाल मंदिर के प्रबंधन ने जोमैटो कंपनी और एड में एक्टिंग करने वाले ऋतिक रोशन से माफी मांगने की मांग करते हुए विज्ञापन को तत्काल प्रभाव से बंद करने की अपील की है। महाकाल मंदिर के पुजारी ने कहा कि अगर कंपनी ने बात नहीं मानी तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। हालांकि, उन्होंने सनातन धर्म में सहिष्णुता होने की बात कहते हुए कहा कि अगर दूसरा धर्म या समुदाय होता तो अबतक कंपनी फूंक देता। कहा ऋतिक रोशन व कंपनी दोनों माफी मांग लें।

क्यों महाकाल के पुजारी खफा हैं जोमैटो से?

दरअसल, ऑनलाइन फूड डिलेवरी कंपनी जोमैटो ने अपने विज्ञापन में महाकाल मंदिर उज्जैन से जोड़ते हुए महाकाल थाली पर एड बनाया है। कंपनी का यह विज्ञापन एड एक्टर ऋतिक रोशन ने किया है। विज्ञापन में फिल्म एक्टर ऋतिक रोशन कह रहे हैं कि थाली का मन किया। उज्जैन में हैं, तो महाकाल से मंगा लिया। 

यह विज्ञापन काफी विवादित हो गया है क्योंकि इससे ऐसा लग रहा है कि महाकाल मंदिर में थाली डिलेवरी हो रही है। जबकि मंदिर में दोनों वक्त लाखों लोगों के लिए फ्री में खाना बनता है। यहां के अन्न क्षेत्र में जो भी पहुंचता है मुफ्त में बेहतरीन सात्विक भोजन ग्रहण करता है।

मंदिर प्रशासन ने भी जताई आपत्ति

महाकाल मंदिर के पुजारियों ने सबसे पहले इस पर आपत्ति जताई है। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि महाकाल मंदिर के अन्न क्षेत्र में मुफ्त भोजन मिलता है न कि यहां से कोई थाली डिलेवर होती है। कहा कि जोमैटो और ऋतिक रोशन इस विज्ञापन पर माफी मांगें। 

अगर दूसरा समुदाय होता तो नजारा ही अलग होता

पुजारी महेश ने कहा- कंपनी ने अपने विज्ञापन में महाकाल मंदिर को लेकर भ्रामक प्रचार किया है। ऐसे विज्ञापन जारी करने से पहले कंपनी को सोचना चाहिए। हिंदू समाज सहिष्णु है, वह कभी उग्र नहीं होता। अगर कोई दूसरा समुदाय होता, तो ऐसी कंपनी में आग लगा देता। जोमैटो हमारी भावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ न करें। उन्होंने कहा कि यहां थाली में ही सबको भोजना परोसा जाता है जो भी महाकाल मंदिर के अन्न क्षेत्र में आता है लेकिन कहीं भी यह भोजन व्यवसायिक तरीके से डिलेवर नहीं किया जाता है न ही दूसरे माध्यम से थाली कहीं पहुंचाई जाती है। उन्होंने कहा कि महाकाल के अन्न क्षेत्र में केवल सात्विक भोजन ही मिलता है। नॉन वेज डिलेवरी देने वाली कंपनी, ऐसे भ्रामक विज्ञापन न करे। कंपनी ने माफी नहीं मांगी, तो हम कोर्ट जाएंगे।

हजारों-लाखों लोग यहां रोज करते हैं फ्री में भोजन

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का विशाल अन्न क्षेत्र है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग सुबह-शाम भोजन करने के लिए आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालु भोजन रूपी प्रसाद को फ्री में ग्रहण करते हैं। श्रद्धालु सुबह 11 से 2 बजे तक और शाम 5 से रात 8 बजे तक अन्न क्षेत्र में बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर सकते हैं। 

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