सार
पहले टर्म की परीक्षा में स्टूडेंट्स को OMR शीट पर उत्तर देने होंगे। पहले टर्म में केवल वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। छात्र CBSE की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर एग्जाम की पूरी डेट शीट देख सकते हैं।
करियर डेस्क. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के बोर्ड एग्जाम मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। 12वीं की परीक्षा 16 नवंबर से शुरू होगी जबकि 10वीं कक्षा के टर्म-1 एग्जाम 17 नवंबर से होंगे। यह परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाएगी। टर्म-1 की माइनर एग्जाम के बाद मेजर एग्जाम (cbse board exams) शुरू होंगे। मेजर सब्जेक्ट की परीक्षाएं 30 नवंबर से शुरू होंगी। ये पहली बार है जब बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा दो टर्म में ले रहा है।
कैसा होगा पहले टर्म के एग्जाम का फॉर्मेट
पहले टर्म की परीक्षा में स्टूडेंट्स को OMR शीट पर उत्तर देने होंगे। पहले टर्म में केवल वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। छात्र CBSE की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर एग्जाम की पूरी डेट शीट देख सकते हैं। सभी एग्जाम सुबह 11.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। छात्रों ये एग्जाम ओएमआर शीट पर देंगे क्योंकि टर्म 1 परीक्षा एमसीक्यू आधारित होगी।
दो टर्म में क्यों हो रहे हैं एग्जाम
सीबीएसई टर्म 2 एग्जाम 2022 (CBSE Term 2 Exam 2022) मार्च और अप्रैल के महीने में लिया जाएगा। देश में कोरोना महामारी के हालात को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा को दो टर्म में लेने का फैसला लिया था। साल 2021 में कोरोना महामारी के कारण बोर्ड परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी थीं। सीबीएसई टर्म-1 परीक्षा 90 मिनट की होगी। परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट की जगह 20 मिनट का समय दिया जाएगा।
एग्जाम के दौरान इन बातों का रखना होगा ध्यान
- छात्रों को अपने एडमिट कार्ड परीक्षा हॉल में ले जाना होगा क्योंकि उनके बिना, उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- छात्रों को परीक्षा केंद्र पर एग्जाम शुरू होने से कम से कम 1 घंटे पहले रिपोर्ट करना होगा।
- छात्रों को COVID-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
- यदि किसी छात्र को सर्दी, खांसी या बुखार के कोई भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो उन्हें इसकी सूचना तुरंत अपने स्कूल को देनी चाहिए।
क्या है माइनर और मेजर सब्जेक्ट
प्रमुख विषय, जैसे कि हिन्दी, इंग्लिश, मैथ्स, साइंस आदि जैसे विषयों को मेजर सब्जेक्ट कहा जाता है। जबकि प्रोफेशनल या साइड सब्जेक्ट्स जैसे कि फिजिकल एक्टिविटी, अन्य भाषाएं, संस्कृत आदि को माइनर कहा जाता है। दो टर्म से परीक्षा आयोजित करने का एक बड़ा कारण कोरोना वायरस है। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बोर्ड ने दो टर्म में परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है।
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