सार
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है। बुधवार को यहां 4,043 नए मरीज मिले। राज्य में अब तक 3.18 लाख लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना संक्रमण के कारण सिक्षा विभाग ने 9वीं और 11वीं की परीक्षा के लिए सरकारी और प्रायवेट स्कूलों को दो विकल्प दिए हैं।
भोपाल. देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए कई राज्यों में प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। वहीं, मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के कारण सभी जिलों में रविवार का लॉकडाउन लगा दिया गया है। दूसरी तरफ स्कूल-कॉलेज में होने वाली परीक्षाओं को लेकर भी सस्पेंश बना हुआ है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और ऑफलाइन होने वाली परीक्षा ने स्टूडेंट का स्ट्रेस बढ़ा दिया है।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन में सात दिनों में 10,122 फोन पहुंचे हैं। इसमें सबसे ज्यादा फोन बोर्ड परीक्षा की तारीख आगे बढ़ने के संबंध में किए गए हैं। कुछ स्टूडेंट ने पूछा है कि परीक्षा के समय यदि वे पॉजिटिव हो जाते हैं, ते वे कैसे परीक्षा देने जाएंगे। क्या उन्हें अलग सेंटर मिलेगा। फिलहाल काउंसलर के पास इसका उत्तर नहीं हैं। उनका कहना है कि शासन की ओर से अभी प्री बोर्ड और कक्षा 9वीं और 11वीं के संबंध में ही दिशा निर्देश जारी हुए हैं।
नहीं है कोई दिशा निर्देश
10वीं और 12वीं की परीक्षा में कोविड़ प्रोटोकॉल संबंधी कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हैं। हेल्पलाइन में तीन शिफ्टों में 18 काउंसलर स्टूडेंट की काउंसलिंग कर रही हैं। यहां पर एक दिन में करीब 1446 फोन कॉल्स आ रही हैं। एक काउंसलर ने बताया कि परीक्षा का टाइम टेबल आने के बाद से स्टूडेंट ही नहीं, बल्कि उनके परेंट्स भी कोरोना से संबंधित और परीक्षा का फोनिया और स्ट्रेस दूर करने के संबंध में जानकारी ले रहे हैं। हेल्पलाइन के प्रभारी डॉ. हेमंत शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा फोन शहरी क्षेत्रों से आ रहे हैं। लेकिन ज्यादातर सवाल परीक्षा और कोरोना संक्रमण को लेकर ही किए जा रहे हैं।
कब से हैं बोर्ड परीक्षाएं
मध्य प्रदेश बोर्ड की तरफ से 10वीं के छात्रों के पेपर 30 अप्रैल से आयोजित होंगी, जबकि 12वीं के पेपर 1 मई से आयोजित होंगे। बोर्ड द्वारा परीक्षा का टाइम टेबल भी जारी कर दिया गया है।