सार

इंडस्ट्री की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए बिमटेक ने वाइड लेवल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस (एआई एंड डीएस) कोर्स शुरू किया है। जानिए इसके बारे में पूरी डिटेल।

ग्लोबल मार्केट्स में एआई-ट्रेंड प्रोफेशनल्स की डिमांड में वृद्धि देखी जा रही है। अग्रणी भारतीय आईटी कंपनियों ने भी हाल में एआई से जुड़ी नौकरियों के लिए 4 लाख से अधिक कर्मचारियों को ट्रेंड करने का निर्णय लिया है। उद्योग की इस आवश्यकता को समझते हुए बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (बिमटेक) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस मैनेजमेंट में दो वर्षीय फुल टाइम पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (पीजीडीएम) लॉन्च किया है। बिमटेक ने इस 2-वर्षीय फुलटाइम रेजिडेंशियल पोस्टग्रेजुएट मैनेजमेंट प्रोग्राम में मैनेजमेंट एजुकेशन के साथ एआई और डेटा साइंस को इंटीग्रेट किया है। कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न डोमेन में मैनेजमेंट सब्जेक्ट के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस टेक्नोलॉजी का समावेशन देना, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर उद्योग और शिक्षा जगत के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देना और मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के एक ऐसे ग्रुप को तैयार करना है, जिनके पास टेक्निकल एक्सपर्टाइज, एनालिटिकल एबिलिटी और इफेक्टिव डिसिजन लेने की कैपिसिटी का कॉम्बिनेशन होगा।

24 महीने का कोर्स

यह 24 महीने का प्रोग्राम है। पीजीडीएम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले छात्र फाइनेंस, एजुकेशन,ऑटोमोटिव, रिटेल, एंटरटेनमेंट, साइबर सुरक्षा और सस्टेनेबिलिटी कंजर्वेशन जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक एआई प्रोजेक्ट पर काम करने के साथ-साथ फाइनेंस पोर्टफोलियो के मैनेजमेंट, स्मार्ट लॉजिस्टिक्स के डेवलपमेंट और उन्हें लागू करने सहित एआई का उपयोग करके ई-कॉमर्स आदि के लिए सिस्टम और अनुशंसा प्रणाली बनाने जैसे अन्य क्षेत्रों में काम करने के लिए योग्य होंगे। एआई को 75% कंपनियों द्वारा अपनाए जाने की उम्मीद है, इसमें अच्छी नौकरियां निकलेंगी। 50% संगठनों को उम्मीद है कि इससे नौकरी में वृद्धि होगी।

भारत में 2024 तक एआई और डेटा साइंस प्रोफेशनल्स की डिमांड 10 लाख से अधिक

बिमटेक के डायरेक्टर डॉ. हरिवंश चतुर्वेदी के अनुसार भारत में 2024 तक एआई और डेटा साइंस प्रोफेशनल्स की डिमांड 10 लाख से अधिक होने की उम्मीद है और वर्तमान में ऐसे प्रोफेशनल्स की डिमांड और आपूर्ति के बीच 51% का अंतर है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 तक डेटा साइंस और मैथेमेटिकल साइंस से संबंधित नौकरियों में 31.4% की वृद्धि होगी, जो ज्यादातर एआई-आधारित हैं।

पारंपरिक सीमाओं से परे स्किल का पूरा सेट

बिमटेक के डीन-एकेडेमिक्स प्रो. एसएस दुबे के अनुसार एआई और डीएस को मैनेजमेंट एजुकेशन के साथ जोड़ते हुए विद्यार्थी एक बहुमुखी स्किल सेट प्राप्त करेंगे जो पारंपरिक सीमाओं से परे है। इन डोमेन का फ्यूजन शिक्षार्थियों को जटिल डेटा पैटर्न को समझने, नई रणनीतियों को चलाने और सूचित डेटा-संचालित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाएगा। यह फ्यूजन तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य में आगे रहने की चाबी है, जो व्यक्तियों को आने वाले समय की व्यावसायिक दुनिया की पेचीदगियों को समझने में सक्षम करेगा।

व्यावसायिक चुनौतियों को हल करने के लिए तैयार होंगे कुशल लीडर

प्रोग्राम का फोकस वास्तविक दुनिया की व्यावसायिक चुनौतियों को हल करने के लिए एआई-संचालित रणनीतियों का उपयोग करने में कुशल दूरदर्शी लीडर को तैयार करना है। कार्यक्रम का व्यापक दृष्टिकोण, व्यावहारिक अनुभव के साथ सैद्धांतिक नींव यह सुनिश्चित करती है कि इससे स्नातक हुए विद्यार्थियों के पास एआई परिदृश्य को खंगालने के लिए आवश्यक फुर्ती और विशेषज्ञता हो।

ये भी पढ़ें

भारतीय जिन्होंने साल 2023 में वैश्विक मंच पर भारत को किया गौरवान्वित

साल 2023 में इन अरबपतियों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान