JEE Apex Board 2026: जेईई मेन 2026 परीक्षा में बड़े बदलाव हो सकते हैं। शिक्षा मंत्रालय ने नई JEE Apex Board बनाई है, जो नॉर्मलाइजेशन पॉलिसी, एग्जाम पैटर्न और नियमों की समीक्षा करेगी। जानिए छात्रों को क्या फायदा मिलेगा और क्यों ये बदलाव अहम हैं।
JEE Main 2026: भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षाओं में से एक, JEE Main में जल्द ही बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। साल 2026 और 2027 की परीक्षा के लिए शिक्षा मंत्रालय ने नई JEE Apex Board बनाई है। यही बोर्ड अब परीक्षा से जुड़े सभी अहम फैसले लेगी, चाहे वो नियम हों, नॉर्मलाइजेशन पॉलिसी हो या फिर एग्जाम का पैटर्न। अब तक कई छात्रों ने शिकायत की है कि जेईई मेन के अलग-अलग शिफ्ट्स में पेपर का लेवल समान नहीं होता। कहीं आसान तो कहीं ज्यादा कठिन सवाल पूछे जाते हैं। ऐसे में नॉर्मलाइजेशन के बाद मार्क्स बदल जाते हैं और एक जैसे मार्क्स लाने वाले छात्रों के स्कोर अलग-अलग हो जाते हैं। यही वजह है कि सरकार ने नई बोर्ड बनाकर इस पूरी व्यवस्था पर फिर से विचार करने का फैसला लिया है।
क्या बदल सकता है JEE Main 2026 में?
- नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला दोबारा रिव्यू होगा और नया, ज्यादा पारदर्शी स्कोरिंग सिस्टम लाया जा सकता है।
- पेपर सेट करने की प्रक्रिया बदली जाएगी ताकि हर शिफ्ट में सवालों का लेवल लगभग बराबर हो।
- छात्रों की शिकायतें और फीडबैक पर भी गौर किया जाएगा।
- परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता को और मजबूत किया जाएगा।
जेईई मेन को लेकर क्या है छात्रों की शिकायत?
नॉर्मलाइजेशन की दिक्कतें: छात्रों का मानना है कि अभी जो फार्मूला है, वह असली परफॉर्मेंस को सही नहीं दिखाता।
पेपर में असमानता: अलग-अलग शिफ्ट के सवालों की कठिनाई समान नहीं होती।
स्टैंडर्डाइजेशन की मांग: छात्र चाहते हैं कि सभी को बराबर मौका मिले और सवालों का लेवल भी एक जैसा हो।
JEE Apex Board का स्ट्रक्चर
इस बार JEE Apex Board को पूरी तरह नया रूप दिया गया है। इसकी कमान प्रोफेसर एसके जैन (पूर्व कुलपति, बीएचयू) को सौंपी गई है। बोर्ड में कुल 19 सदस्य हैं, जिनमें शामिल हैं- IIT मद्रास, IIT कानपुर, IIT रुड़की और NIT राउरकेला के डायरेक्टर, CBSE के चेयरमैन, NTA (National Testing Agency) के DG, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा और उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधि।
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छात्रों के लिए क्यों अहम है यह बदलाव?
हर साल लाखों छात्र JEE Main देते हैं ताकि NIT, IIIT जैसे टॉप कॉलेजों में दाखिला पा सकें और JEE Advanced के जरिए IITs तक पहुंच सकें। ऐसे में नियमों या स्कोरिंग में छोटा सा बदलाव भी रिजल्ट पर बड़ा असर डाल सकता है। वहीं नई बोर्ड से छात्रों को फायदा भी मिल सकता है। जिसमें- नियम और पात्रता को लेकर ज्यादा साफ गाइडलाइन होगी। सभी शिफ्ट्स में लगभग बराबर लेवल का पेपर होगा। ज्यादा न्यायसंगत नॉर्मलाइजेशन सिस्टम डेवलप होगा। परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहेगी।
बता दें कि अभी बोर्ड की पहली बैठक होना बाकी है। बैठक के बाद ही परीक्षा शेड्यूल और नए नियमों की ऑफिशियल घोषणा होगी। इसलिए JEE 2026 की तैयारी कर रहे छात्रों को सलाह है कि वे NTA की ऑफिशियल वेबसाइट से जुड़े रहें और हर अपडेट पर नजर रखें।
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