नई दिल्ली. वह देख नहीं सकती तो क्या हुआ उसे सपने देखने से तो कोई नहीं रोक सकता।उसना न सिर्फ सपना देखा बल्कि उसे हकीकत में बदलने का इरादा भी रखा। हिम्मत, हौसले और पहाड़ जैसे अडिग इरादों का जीता जागता उदाहरण है महाराष्ट्र के उल्हासनगर की रहने वाली प्रांजल पाटिल। वो देश की पहली दृष्टिहीन महिला आईएएस अफसर हैं। लोगों के ताने सुन और कई बार रिजेक्ट होने के बवजूद भी प्रांजल अफसर बनकर ही मानीं। IAS सक्सेज स्टोरी में हम आपको उनके संघर्ष की कहानी सुना रहे हैं......