एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया, “केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने निर्णय लिया है कि कक्षा एक से आठवीं तक के छात्र, जिन्होंने 2019-20 में सत्र की अंत की परीक्षा दी थी या किसी भी कारण से परीक्षा नहीं दे पाये
पंजाब स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एलमेंट्री टीचर ट्रेनिंग कर चुके उम्मीदवारों से शिक्षक पद पर बहाली के लिए आवेदन मांगा है।
जयपुर. स्कूल में बच्चों पर 90 फीसदी मार्क्स लाने का एक बड़ा प्रेशर है। आज के समय में मां-बाप बच्चों को मार्क्स की रेस में लगाए हुए हैं। इस प्रेशर को कई बार बच्चे हैंडल नहीं कर पाते और अवसाद में चले जाते हैं। ऐसे ही एक स्कूल की लड़की 12वीं में फेल हो गई थी। उस लड़की ने रिश्तेदारों और परिवार से मिले तानों को झेला। गहरे दुख को उसने अपनी ताकत बना लिया और अगली बार उसी सब्जेक्ट में टॉप करके मानी। इतनी ही नहीं उसने गोल्ड मेडल भी जीते। हम बात कर रहे हैं गुजरात कैडर की IAS अंजू शर्मा के बारे में। IAS सक्सेज स्टोरी में हम आपको फेलियर को मुंह चिढ़ा अफसर बनने अंजू शर्मा की प्रेरणात्मक कहानी सुना रहे हैं।
आईआईटी के स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के एक दल ने जो एक सैनेटाइजर बनाया है उसमें आईसोप्रोपिल अल्कोहल, हाइड्रोजन पेरॉक्साइड, ग्लायसेरॉल और पानी है।
करियर डेस्क . कहते हैं अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो आदमी किसी भी परिस्थिति में मंजिल हांसिल कर लेता है। तमाम परेशानियों से लड़ते हुए गिरते-सम्भलते इंसान अपनी मंजिल पा ही लेता है बस उसमे कुछ कर-गुजरने की तमन्ना हो। ऐसा ही एक कहानी हम आपको बताने का रहे हैं। एक मकैनिक ने अपनी बेटी को अफसर बनाने का सपना देख लिया। केवल सपना ही नहीं देखा बल्कि उसे पूरा करने के लिए बाप-बेटी दोनों ने ही प्रयास शुरू कर दिया। शुरुआत में लोगों ने उनका मजाक बनाया। लेकिन न तो उनके हौसले में कोई कमी आई और न ही मंजिल पाने के लिए की जाने वाली कोशिश के प्रयास में। यह कहानी IES की परीक्षा में 27 वां रैंक हासिल करने वाली दीक्षा सिंह की है।
नई दिल्ली. आज समय में नौकरी की मारामारी देख कोई भी शख्स काम छोड़ घर नहीं बैठना चाहेगा। लोग सरकारी और प्राइवेट नौकरी के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। पर बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कुछ अलग करने की सोच के साथ अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दीं। ऐसे लोगों को भले उस समय लोगों ने बेवकूफ समझा हो लेकिन आज वो अच्छा नाम और पैसा कमा रहे हैं। इस लिस्ट में एक अफसर का भी नाम शामिल हैं जो आज एक सक्सेजफुल यूट्यूबर हैं। इनका नाम है वरुण वागीश जिनकी सफलता की कहानी बहुत लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है।
इससे पहले सीबीएसई ने 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजर और मास्क लाने की छात्रों को अनुमति दे दी थी और परीक्षार्थियों के बीच पर्याप्त दूरी सुनिश्चित करने के लिए बैठने के प्रबंध में बदलाव करने का केंद्रों को निर्देश दिया था।
मुंबई. समाज में ये धारणा है कि महिलाएं कमजोर और डरपोक होती हैं। पर इस सोच को मुंह चिढ़ा दिया एक महिला अफसर ने जो शेर जैसे खतरनाक जानवरों को पकड़कर पिंजरे में डाल देती है। उनकी जाबांजी के किस्से हर किसी की जुबान पर हैं। महिला अफसर का नाम है सिदाम प्रमीला इस्तारी। वो फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की जूनियर फॉरेस्ट अधिकारी हैं। हाथ में मांस के टुकड़े लेकर शेर पकड़ने वाली इस प्रमिला की बहादुरी का वो किस्सा हम आज आपको सुना रहे हैं।
नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप केस में सात साल बाद चारों दोषियों को फांसी हो चुकी है। 20 मार्च. सुबह 5:30 बजे तिहाड़ जेल में चार दोषियों को फांसी पर लटका दिया गया। ये चारों 2012 के निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले के दोषी थे। निर्भया की मां आशा देवी ने इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और उनके साथ इस लड़ाई में डटी रहीं निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा। निर्भया के दरिंदों को फांसी तक पहुंचाने वाली इस वकील की देश भर में वाहवाही हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें सैल्यूट कर रहे हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली सीमा के वकील बनने की राह आसान नहीं थी। उन्होंने जिंदगी में बहुत दुख झेले। जिंदगी इतनी तंगहाली में गुजरी कि बुआ के कान के कुंडल और पायल बेचकर कॉलेज की फीस भरनी पड़ी थी। करियर सक्सेज स्टोरी हम आपको निर्भया की वकील सीमा कुशवाह के संघर्ष (Nirbhaya Advocate Seema Kushwaha Struggle Story) की कहानी सुना रहे हैं।
कंपनी के बयान के अनुसार, ‘‘नये कर्मचारियों की भूमिका अस्थायी होगी लेकिन उन्हें आने वाले समय में स्थायी भूमिका दी जा सकती है।’’ वालमार्ट ने कहा कि वह पूर्णकालिक कर्मचारियों को 300 डॉलर का बोनस देगी। वहीं अंशकालिक कर्मचारियों को 150 डॉलर का बोनस मिलेगा।