10वीं-12वीं पास के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स यानी CRPF में सरकारी नौकरी पाने का गोल्डन चांस है। इससे जुड़ा नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। लड़कियां भी इस भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकती हैं।
अग्निवीर की सेलेक्शन प्रॉसेस दो फेज में पूरी होगी। पहला कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा होगी। दूसरे फेज में उम्मीदवारों को भर्ती रैली में शामिल होना होगा। इसका पूरा शेड्यूल आर्मी की तरफ से जारी कर दिया गया है।
करियर डेस्क : आज बात उस IAS अफसर की, जिसका दिल अपनी जूनियर पर आ गया था। ट्रेनिंग के दौरान दोनों की मुलाकात होती और कब दोनों-एक दूसरे से प्यार कर बैठा पता ही नहीं चला। आज दोनों अच्छे कपल हैं। सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं।
इस साल आईसीएसई बोर्ड 10वीं की परीक्षा में 1.7 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। वहीं, आईएससी बोर्ड 12वीं क्लास की परीक्षा करीब 1 लाख छात्र-छात्राओं ने दी है। 2.5 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है।
करियर डेस्क : हर साल NEET एग्जाम पास करने के बाद मेडिकल कोर्सेस में एडमिशन मिलता है। अगर आप मेडिकल की पढ़ाई MBBS करना चाहते हैं और सस्ते कॉलेजों की तलाश कर रहे हैं तो यहां देखें भारत के सबसे सस्ते में मेडिकल की पढ़ाई कराने वाले कॉलेजों की लिस्ट..
जॉब करने वालों के हक में सरकार की तरफ से कुछ कानून बनाए गए हैं। इनकी मदद से वे अपने हक की आवाज उठा सकते हैं। ऐसे में अगर कोई कंपनी किसी कर्मचारी को गलत तरीके से नौकरी से निकाल दें तो उन्हें इन नियमों की मदद लेनी चाहिए।
बोर्ड परीक्षा 2023 में एग्जाम देने वाले सभी स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे रिजल्ट की तारीख या इससे जुड़ी किसी भी सोशल मीडिया खबर या वायरल न्यूज पर भरोसा न करें। किसी भी तरह की जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
लाल सिंह गोदारा डिग्री पाकर काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि उनकी उम्र काफी कम थी, जब उन्हें सेना में नौकरी मिल गई थी। इस वजह से वे आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए। कम पढ़े लिखने होने की वजह से उन्हें लोगों को ताने सुनने को मिलते थे।
करियर डेस्क : अगर आप इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं और टॉप कॉलेजों में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको एंट्रेंस एग्जाम देने पड़ते हैं। इनमें पास होने के बाद ही आपका एडमिशन होता है। आइए जानते हैं भारत के टॉप इंजीनियरिंग एंट्रेंस के बारें में..
10वीं-12वीं में कुल 3.19 करोड़ आंसर-शीट की जांच के लिए 1 लाख 43 हजार 933 परीक्षक ड्यूटी पर लगाए गए थे। इसमें 10वीं की 1.86 करोड़ और 12वीं की 1.33 करोड़ कॉपियां थीं। 31 मार्च को मूल्यांकन का काम पूरा हो चुका है।