सार

चार्टड अकाउंटेंट, मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, एयरोनॉटिकल इंजीनियर, कंपनी सेक्रेट्री और मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन जैसे कुछ प्रमुख कोर्स 2022 में भी काफी चर्चित रहे और एक्सपर्ट्स इन्हें 2023 में ट्रेंडिंग कोर्स के तौर पर देख रहे हैं। 

एजुकेशन डेस्क। हर साल लाखों लाखों ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए देशभर के तमाम कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेते हैं। हालांकि, कोर्स चुनना और सही कोर्स चुनना, दोनों अलग-अलग प्रक्रिया हैं और काफी अहम भी, क्योंकि सही कोर्स ही आपके करियर को सही मार्ग और दिशा दे सकता है। ऐसे में यह तय करना बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण होगा कि कोई छात्र वास्तव में किस कोर्स के लिए पढ़ाई करना चाहता है, क्योंकि वही उसका करियर निर्धारित करेगा। ऐसे में आइए जानते हैं इस बीत रहे साल 2022 में कौन से 5 सबसे चर्चित कोर्स रहे। 

चार्टर्ड अकाउंटेंसी यानी CA 
इस प्रोफेशन में किसी शख्सियत या फिर संगठन के लिए ऑडिटिंग, अकाउंटिंग, फाइनेंशियल इवेल्युएशन यानी वित्तीय मूल्यांकन और टैक्सेशन का लेखाजोखा रखा जाता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट या सीए का तमगा एक लेखा विशेषज्ञ यानी अकाउंटिंग एक्सपर्ट को दिया जाता है, जो वैधानिक निकाय की ओर से व्यावसायिक-कारोबारी उद्योगों के अकाउंटिंग और टैक्सेशन को संभालने के लिए योग्य माना जाता है। अगर कोई छात्र चार्टर्ड अकाउंटेंसी का कोर्स करना चाहता है, तो वह ट्रेनिंग या एजुकेशन प्रोग्राम के तहत फाउंडेशन कोर्स रूट या फिर डायरेक्ट एंट्री रूट के जरिए कर सकता है। यही नहीं, फाउंडेशन कोर्स प्रोग्राम के लिए 12वीं कक्षा के बाद एडमिशन लेना ठीक रहता है। वहीं, डायरेक्ट एंट्री ऑप्शन उन छात्रों के लिए जो ग्रेजुएट कोर्स पूरा कर चुके हैं। सीपीटी रूट के जरिए चार्टर्ड अकाउंटेंसी कोर्स की अवधि साढ़े चार से पांच साल की है। वहीं, डायरेक्ट एंट्री ऑप्शन के जरिए इस कोर्स को 3 साल में पूरा कर सर्टिफाइड चार्टर्ड अकाउंटेंट बन सकते हैं। 

मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी MBA 
कई तरह के एक्सपर्ट और स्पेशिलाइजेशन उपलब्ध कराने वाला यह पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स 2 साल की अवधि का है। यह कोर्स भविष्य के बिजनेस लीडर्स और कारोबारियों के बीच मैनेजमेंट स्किल डेवलप करने में मदद करता है। इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद मनचाही इंडस्ट्री में करियर बनाना काफी आसान हो जाता है। भारत के टॉप एमबीए कॉलेजों-संस्थानों में IIM- बेंगलुरु, IIM- अहमदाबाद, IIM- लखनऊ, IIM- कलकत्ता और एमडीआई गुड़गांव शामिल है। एक प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल में सीट सुरक्षित करने के लिए छात्रों को कैट (CAT), मैट (MAT) जैट (XAT) एनमैट (NMAT) सीमैट (CMAT)  जैसे तमाम एडमिशन टेस्ट के बाद (WAT) वाट, (GD) जीडी और पीआई (PI) राउंड्स से होकर गुजरना होता है। भारत में ज्यादातर एमबीए कॉलेज कोर्स पूरा होने के बाद सीधे प्रमुख कंपनियों में सीधे प्लेसमेंट और नौकरी उपलब्ध कराते हैं। ग्रेजुएट कोर्स में 50 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवार ही एमबीए के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग यानी AE 
यह कोर्स सीधे विमानों के उड़ान, इससे जुड़ी मशीनरी के अध्ययन, डिजाइन और निर्माण के साथ-साथ हवाई जहाज या विमान के संचालन तकनीक यानी ऑपरेटिंग टेक्निक्स से जुड़ा है। छात्र 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैचलर डिग्री के लिए इस कोर्स में नामांकन करा सकते हैं। यह कोर्स कमर्शियल और सैन्य हवाई जहाजों यानी मिलेट्री एयरो प्लेंस, मिसाइलों के डिजाइन, निर्माण, परीक्षण और एनॉलिसिस में इंजीनियर्स को ट्रेंड करता है। इस कोर्स में नामांकन के लिए छात्रों को जेईई-मेन्स, जेईई-एडवांस्ड, एएमईसीईटी, आईआईसैट जैसी कुछ अन्य इंजीनियरिंग परीक्षाओं को पास करना पड़ता है। उम्मीदवारों को ग्रेजुएट इंजीनियरिंग ट्रेनिंग या जूनियर इंजीनियर के तौर पर ट्रेंड किया जाता है। इसके बाद उनकी परफॉरमेंस, पहले की पढ़ाई और योग्यता के आधार पर विमान के रखरखाव और कुछ अन्य महत्वपूर्ण काम की जिम्मेदारी दी जाती है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद छात्रों को असिस्टेंट टेक्निकल ऑफिसर या असिस्टेंट एविएशन इंजीनियर के तौर पर नियुक्ति दी जाती है। 

कंपनी सेक्रेट्री यानी CS  
यह एक प्रोफेशनल कोर्स है। इसे मान्यता प्राप्त संस्थानों से 12वीं या ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद किया जा सकता है। 12वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद कंपनी सेक्रेट्री कोर्स को पूरा करने के लिए आईसीएसआई सीएसईईटी एग्जाम पास करना होता है। इसके बाद कंपनी सेक्रेटरी एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम 9 महीने और अंत में कंपनी सेक्रेटरी प्रोफेशनल प्रोग्राम 15 महीने का पूरा करना पड़ता है। हालांकि, उम्मीदवार 2 साल यानी 24 महीने में भी कोर्स को पूरा कर सकते हैं, मगर इसके लिए उन्हें संबंधित स्ट्रीम में ग्रेजुएट होना जरूरी है। ICSI CSEET परीक्षा उन उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है, जिन्होंने 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर ली है। 

मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन यानी MCA 
यह कोर्स पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम है और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर तथा ऑपरेटिंग सिस्टम से जुड़ा है। बीसीए ग्रेजुएट्स के लिए यह दो साल की अवधि का कोर्स है। वहीं, अन्य स्ट्रीम में ग्रेजुएट छात्रों को इसे तीन साल में पूरा करना होगा। एमसीए कोर्स करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से कुल 50 प्रतिशत अंकों के साथ बीसीए या ऐसी समकक्ष ग्रेजुएट डिग्री होना जरूरी है। NIMCET, Mah MCA CET, TANCET, IPU CET जैसी परीक्षा पास कर भी इसमें डायरेक्ट एडमिशन लिया जा सकता है। MCA कोर्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन और डिस्टेंस एजुकेशन के जरिए भी पूरा किया जा सकता है। डिस्टेंस कोर्स की अवधि 2 से 5 साल तक हो सकती है, जबकि ऑनलाइन पाठ्यक्रम 6 महीने से 4 साल तक के हो सकते हैं। यह कोर्स उन उम्मीदवारों के लिए मददगार है जो सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर, सिस्टम एनालिस्ट, प्रोग्रामर, सिस्टम इंजीनियर के तौर पर करियर बनाना चाहते हैं। 

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