सार

उड़िया और अंग्रेजी भाषा के जानेमाने लेखक मनोज दास को प्रतिष्ठित ‘मिस्टिक कलिंगा लिटरेरी अवार्ड’ (भारतीय एवं वैश्विक भाषा) से सम्मानित किया जाएगा। ‘मिस्टिक कलिंगा फेस्टिवल (एमकेएफ) के आयोजकों ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की

नई दिल्ली: उड़िया और अंग्रेजी भाषा के जानेमाने लेखक मनोज दास को प्रतिष्ठित ‘मिस्टिक कलिंगा लिटरेरी अवार्ड’ (भारतीय एवं वैश्विक भाषा) से सम्मानित किया जाएगा। ‘मिस्टिक कलिंगा फेस्टिवल (एमकेएफ) के आयोजकों ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की।

85 वर्षीय दास को यह पुरस्कार आठ फरवरी से भुवनेश्वर में आयोजित हो रहे साहित्य..सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान प्रदान किया जाएगा। साथ ही दास महोत्सव में ‘डिवाइन मैडनेस: नालेज, इक्सटैसी एंड ट्रांसफॉर्मेशन’ पर एक मुख्य संबोधन भी देंगे।

श्री अरबिंदो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य पढ़ा रहे हैं

दास वर्तमान में पुडुचेरी स्थित श्री अरबिंदो इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य पढ़ा रहे हैं। द्विभाषी लेखक को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए हाल में पद्म भूषण प्रदान किया गया था जो कि देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।

एमकेएफ अध्यक्ष एवं संस्थापक रश्मि रंजन परिदा ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि कला और पुस्तक प्रेमियों को पद्म सम्मान से सम्मानित मनोज दास को हमारे केंद्रीय विषय पर सुनने का मौका मिलेगा। उन्हें इस विषय पर बोलते हुए देखना एक सम्मान की बात होगी।’’

उन्होंने कहा कि इस वर्ष पुरस्कार के साथ एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार, पुरस्कार विजेता को खादी का एक शॉल और प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। महोत्सव का समापन नौ फरवरी को होगा।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)