सार
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को बुधवार को बिना समन जबरन गिरफ्तार करने के मामले पर कंगना रनोट ने गुस्सा जाहिर किया है और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। कंगना ने पूछा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कितनी आवाजों को बंद करने की कोशिश करेंगे? मुंबई पुलिस ने बताया कि अर्नब को इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि मुंबई पुलिस सुबह-सुबह उनके घर पहुंच गई थी और यहां पुलिस ने उनको हिरासत में लेने की कोशिश की। यहां अर्नब के साथ जोर-जबरदस्ती किए जाने की भी खबर है।
मुंबई. रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी (arnab goswami) को बुधवार को बिना समन जबरन गिरफ्तार करने के मामले पर कंगना रनोट (kangana ranaut) ने गुस्सा जाहिर किया है और महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। कंगना ने पूछा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कितनी आवाजों को बंद करने की कोशिश करेंगे? मुंबई पुलिस ने बताया कि अर्नब को इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि मुंबई पुलिस सुबह-सुबह उनके घर पहुंच गई थी और यहां पुलिस ने उनको हिरासत में लेने की कोशिश की। यहां अर्नब के साथ जोर-जबरदस्ती किए जाने की भी खबर है।
इसी साल मई में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आर्किटेक्ट अन्वय नाइक की बेटी अदन्या नाइक की नई शिकायत के आधार पर फिर से जांच का आदेश दिए जाने की घोषणा की थी। देशमुख ने बताया था कि अदन्या ने आरोप लगाया है कि अलीबाग पुलिस ने गोस्वामी के चैनल द्वारा बकाया भुगतान ना करने के मामले में जांच नहीं की। उसका दावा है कि इस कारण ही उसके पिता और दादी ने मई 2018 में आत्महत्या कर ली थी।
कंगना ने अर्बन का समर्थन करते हुए ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि आज आप अर्नब गोस्वामी के घर गए, उनके साथ मारपीट की और उनके बाल खींचे। आप कितने घरों को तोड़ेंगे और कितने गले काटेंगे? आप कितने बाल खींचेंगे? सोनिया सेना, कितनी आवाजें बंद करोगे आप? ये आवाजें बढ़ेंगी ही। ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें फ्री स्पीच के लिए लटकाया गया है। कंगना ने ये भी पूछा कि वे पप्पू सेना और सोनिया सेना कहे जाने पर इतना भड़क क्यों गए हैं। एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा- अभिव्यक्ति की आजादी के लिए कई लोग हंसते हुए शहीद हो गए। आजादी का कर्ज चुकाना है।
पूरी घटना का सामने आया वीडियो
पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि कैसे पुलिस अर्नब को कॉलर से पकड़कर जबरदस्ती अपने साथ ले जा रही है। अर्नब के साथ मारपीट भी की गई। जब अर्नब ने कहा कि उन्हें अपने वकील से बात करनी है तो उनकी कोई बात नहीं सुनी गई। एक पुलिसकर्मी ने उनसे कहा कि अगर वह उनके साथ सहयोग नहीं करते हैं तो उनके लिए ही मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।
पत्नी को किया मजबूर
साथ ही अर्नब की पत्नी और सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर सम्यब्रता रे गोस्वामी को भी किसी कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। उनके बेटे के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। जब अर्नब ने पूछा कि उन्हें किन आरोपों के तहत ले जाया जा रहा है तो पुलिस ने कहा कि उन्होंने लिखित में दे दिया जाएगा। अर्नब की तबियत ठीक नहीं है और उन्हें दवा तक नहीं लेने दी गई।