सार


भारत के 50 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) ने अभिनेता रजनीकांत को विशेष आइकन ऑफ गोल्डन जुबली पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह फिल्म महोत्सव गोवा में 20 से 28 नवंबर के बीच आयोजित होगा जिसमें देश विदेश की लगभग 250 फ़िल्में प्रदर्शित की जाएंगी।

नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा की कि 50वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में अभिनेता रजनीकांत को विशेष स्वर्ण जयंती पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह फिल्म महोत्सव गोवा में 20 से 28 नवंबर के बीच आयोजित होगा जिसमें देश विदेश की लगभग 250 फ़िल्में प्रदर्शित की जाएंगी। मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, “महोत्सव की संचालन समिति ने एक विशेष आइकॉन पुरस्कार का सुझाव दिया था जो महान अभिनेता रजनीकांत को प्रदान किया जाएगा। यह आईएफएफआई के दौरान एक प्रमुख आकर्षण होगा।” देश की सबसे बड़ी सिने हस्तियों में से एक रजनीकांत ने सरकार को इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया है। 

रजनीकांत ने किया भारत सरकार का धन्यवाद 

रजनीकांत ने ट्विटर पर लिखा, “भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की स्वर्ण जयंती के अवसर पर मुझे यह प्रतिष्ठित पुरस्कार देने के लिए मैं भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं।” जावड़ेकर ने इस आयोजन में विख्यात फ्रेंच अभिनेत्री इजाबेल हप्पर्ट को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किए जाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि महोत्सव के स्वर्ण जयंती वर्ष में सिनेमा के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करते हुए पचास महिला फिल्मकारों की पचास फ़िल्में प्रदर्शित की जाएंगी। उन्होंने कहा, “यह भारतीय फिल्म उद्योग में महिलाओं के योगदान को दर्शाएगा और उन्हें सशक्त बनाएगा।”


मंत्री ने कहा कि समारोह में प्रदर्शित की जाने वाली 200 विदेशी फिल्मों में से 24 ऑस्कर की दौड़ में हैं। इस वर्ष रूस इस महोत्सव का भागीदार देश होगा। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुने गए अभिनेता अमिताभ बच्चन की कुछ फ़िल्में भी आईएफएफआई में, प्रदर्शित की जाएंगी। जावड़ेकर ने कहा कि महोत्सव की संचालन समिति के सदस्यों और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत चार नवंबर को होने वाली एक बैठक में हिस्सा लेंगे जिसमें आईएफएफआई की तैयारियों के अंतिम चरण पर चर्चा की जाएगी।

इस महोत्सव में दस हजार से अधिक लोगों और सिनेमा प्रेमियों के भाग लेने की संभावना है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)