सार

छत्तीसगढ़ में कथित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों, कांग्रेस नेताओं और व्यवसायियों के ठिकानों पर आयकर के छापे को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे बदले की कार्रवाई कहा है और आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। 

रायपुर. छत्तीसगढ़ में कथित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों, कांग्रेस नेताओं और व्यवसायियों के ठिकानों पर आयकर के छापे को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे बदले की कार्रवाई कहा है और आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। राज्य के विभिन्न शहरों में गुरूवार से आयकर विभाग के लगातार छापों के बाद आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में उनके मंत्रिमंडल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।

राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है, क्योंकि हमारे पास तीन चौथाई बहुमत है और लगातार (चुनावों में) हमें सफलता मिल रही है। इस कारण से यह द्वेषवश की गई कार्रवाई है।

कानून व्यवस्था देखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की
मुख्यमंत्री ने कहा कि संघीय व्यवस्था में कानून व्यवस्था देखने की जिम्मेदार राज्य सरकार की है। आयकर विभाग को कार्रवाई करने से कभी रोका नहीं गया है। आयकर के पहले भी यहां छापे पड़े हैं, राज्य सरकार ने कभी आपत्ति नहीं की है। इससे पहले संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक को खबर की जाती थी और पुलिस अधीक्षक बल दे देते थे। विभाग कार्रवाई कर लेता था। लेकिन अभी कोई सूचना नहीं दी गई। यह सीधी राजनीतिक बदले की कार्रवाई है।

छत्तीसगढ़ में दहशत का माहौल बनाने की हो रही कोशिश 
वहीं राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि कल से जो छापे की कार्रवाई चल रही है यह उनका रूटीन काम हो सकता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में दहशत का माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। बगैर सूचना छत्तीस घंटे हो गए हैं। न राज्य सरकार को कोई सूचना दी गई है और न ही मुख्य सचिव को सूचना दी गई है। वहीं पुलिस महानिदेशक को भी सूचना नहीं दी गई है। चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय की महिला उप सचिव के घर पर जहां ताला बंद था वहां भी कार्रवाई की गई है।

भूपेश मंत्रीमंडल ने सौंपा ज्ञापन 
चौबे ने कहा कि भूपेश मंत्रिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर आग्रह किया और उन्होने सभी बातों को ध्यान से सुना। राज्यपाल ने कहा है कि वह तत्काल इस संबंध में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से चर्चा करेंगी। इस मामले को लेकर अदालत जाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि अभी राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया है। आने वाले समय में जितने भी वैधानिक विकल्प होंगे हम सारी कार्रवाई करेंगे। राज्यपाल को सौपे ज्ञापन में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल ने कहा है कि मीडिया की खबरों से जानकारी मिली है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 27 फरवरी को कई जगह कथित तौर पर आयकर के छापे पड़े हैं। आज कथित आयकर की टीम कुछ और अधिकारियों के शासकीय निवास पर पहुंची। इनमें मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ अधिकारी भी शामिल हैं।

इसमें लिखा है कि जिस तरह से केन्द्रीय सुरक्षाबलों के साथ ये कार्रवाइयां की जा रही है, वह छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार पर राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित सीधे हमले की तरह प्रतीत होती है। राज्य सरकार ने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है जिससे लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा हो सके और एक निर्वाचित सरकार संविधान के दायरे में निर्भय होकर काम कर सके।

गुरुवार से छत्तीसगढ़ में हो रही कार्यवाई 
छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की टीम गुरूवार से विभिन्न शहरों में छापे की कार्रवाई कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में आयकर विभाग रेरा के अध्यक्ष विवेक ढांड, उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव अनिल टुटेजा, रायपुर नगर निगम के कांग्रेस के महापौर एजाज ढेबर, मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया, व्यवसायियों और अन्य लोगों के विभिन्न ठिकानों में छापे की कार्रवाई कर रहा है।

इधर सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को लेकर शनिवार को गांधी मैदान में विरोध करने और आयकर कार्यालय का घेराव करने का फैसला किया है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)