सार

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में तांत्रिक क्रिया के दौरान एक शख्स ने अपनी मां की बलि चढ़ा दी। 2 अगस्त की रात तंत्र साधना करते हुए आरोपी ने टांगी से मां की गर्दन अलग कर दी। कुछ देर बाद जब उसने मां की गर्दन से खून की धारा बहते देखी..तब उसे होश आया। इसके बाद आरोपी ने मां की लाश एक ड्रम में भरकर रख दी। बहन जब रक्षाबंधन पर उसे राखी बांधने आई..तब घटना का खुलासा हुआ। पुलिस जब आरोपी को पकड़ने पहुंची, तब वो गांव के बाहर एक सुनसान जगह पर तंत्र साधना में लीन मिला।

रायगढ़, छत्तीसगढ़. तांत्रिक बनने के लिए एक बेटे के दिमाग में ऐसा फ़ितूर चढ़ा कि उसने अपनी मां की ही बलि चढ़ा दी। 1 और 2 अगस्त की दरमियानी रात तंत्र साधना करते हुए आरोपी ने टांगी से मां की गर्दन अलग कर दी। कुछ देर बाद जब उसने मां की गर्दन से खून की धारा बहते देखी..तब उसे होश आया। इसके बाद आरोपी ने मां की लाश एक ड्रम में भरकर रख दी। बहन जब रक्षाबंधन पर उसे राखी बांधने आई..तब घटना का खुलासा हुआ। पुलिस जब आरोपी को पकड़ने पहुंची, तब वो गांव के बाहर एक सुनसान जगह पर तंत्र साधना में लीन मिला। घटना का खुलासा सोमवार देर रात को हुआ।


घर के बाहर मां और भाई के इंतजार में काफी देर बैठी रही बहन...
दिल दहलाने वाला यह मामला बरमकेला के सांड गांव का है। 55 वर्षीय सुखमती अपने आरोपी बेटे के साथ रहती थी। उसकी बेटी रामबाई की भीखमपुर में ससुराल है। सोमवार को वो भाई मिट्ठू बेहरा को राखी बांधने मायके आई थी। लेकिन जब वो घर पहुंची, तो दरवाजा खुला था..लेकिन अंदर कोई नहीं था। उसने सोचा कि मां और भाई किसी काम से गए होंगे। इसलिए वो घर के बाहर ही दोनों का इंतजार करने लगी। इस बीच उसने महसूस किया कि घर से बदबू आ रही है। किसी अनहोनी को देखकर उसने आस-पड़ोस के लोगों को बुला लिया। लोगों ने जब घर की तलाशी ली, तो ड्रम में लाश देखकर सब डर गए। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया।


घटनास्थल पर मिली पूजा-पाठ की सामग्री..
सब इंस्पेक्टर विजय गोपाल ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो आरोपी वहां नहीं था। काफी खोजबीन के बाद आरोपी गांव के बाहर एक सुनसान जगह पर गुमसुम बैठा दिखा। यूं लग रहा था, जैसे वो किसी तंत्र साधना में लीन हो। आरोपी ने माना कि तांत्रिक क्रिया के दौरान उसने मां की हत्या कर दी। हालांकि पुलिस के सीनियर अफसर बलि जैसी बात से इनकार कर रहे हैं।

पुलिस को जहां से लाश मिली, वहां से कुछ दूर एक पुराना कमरा है। इसमें देवी-देवताओं की तस्वीरें लगी मिलीं। इसके पास दो कटे हुए मुर्गे मिले। आशंका है कि मुर्गों की तांत्रिक क्रिया के लिए बलि दी गई। रामबाई ने बताया कि उसका भाई किसी से कोई ज्यादा मतलब नहीं रखता था। उसे पूजा-पाठ में ज्यादा रुचि थी। लेकिन वो तंत्र-मंत्र सीख रहा है, ऐसी किसी को भनक तक नहीं हुई। आरोपी का कहना है कि उसकी मां पूजा-पाठ से रोकती थी। आरोपी ने यह भी कहा कि वो तंत्र साधना में लीन था, तभी मां ने उसे रोका। इससे उसे गुस्सा आ गया और मां की हत्या कर दी।