सार

इस मैच में भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और विस्फोटक बल्लेबाज यूसूफ पठान आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच कहासुनी होने लगी, जिसके बाद मुंबई के विकेटकीपर आदित्य तारे ने मामला शांत कराया। 
 

वड़ोदरा. पृथ्वी साव के वापसी पर जमाये गये धमाकेदार दोहरे शतक के बाद स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन से 41 बार के चैंपियन मुंबई ने गुरुवार को यहां बड़ौदा को 309 रन से करारी शिकस्त देकर रणजी ट्राफी में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। इस मैच में भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और विस्फोटक बल्लेबाज यूसूफ पठान आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच कहासुनी होने लगी, जिसके बाद मुंबई के विकेटकीपर आदित्य तारे ने मामला शांत कराया। 

क्या हैं मामला ? 
दरअसल वड़ोदरा की दूसरी पारी के दौरान अंपायर ने यूसुफ पठान को गलत आउट दे दिया था। मुंबई के ऑफ स्पिनर शशांक की गेंद यूसुफ की छाती पर लगी और शॉर्ट लेग में खड़े फील्डर ने कैच पकड़ लिया। अंपायर ने यूसुफ को आउट भी दे दिया जबकि गेंद उनके बल्ले या ग्लव्स में लगी ही नहीं थी। अंपायर का फैसला देख यूसुफ हैरान रह गए और क्रीज पर खड़े हो गए। पठान को उम्मीद थी कि अंपायर अपना फैसला बदल देंगे। तभी मुंबई के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे पठान के पास पहुंचे और दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। इसके बाद आदित्य तारे ने बाच बचाव कर दोनों खिलाड़ियों को अलग किया और पठान मैदान से बाहर चले गए। 

बड़ौदा के सामने 534 रन का लक्ष्य था। उसने मैच के चौथे और अंतिम दिन तीन विकेट पर 74 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसकी पूरी टीम 224 रन पर आउट हो गयी। दीपक हुड्डा (61) और अभिमन्युसिंह राजपूत (53) ही टिककर खेल पाये।

मुंबई की तरफ से बायें हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी ने 72 रन देकर चार विकेट लिये। आफ स्पिनर शशांक अत्रादे और मध्यम गति के गेंदबाज आकाश पारकर ने दो . दो विकेट हासिल किये।

यह मैच डोपिंग का प्रतिबंध झेलने के बाद वापसी करने वाले साव की धमाकेदार पारी के लिये याद किया जाएगा। साव ने दूसरी पारी में 202 रन बनाये जबकि कप्तान सूर्यकुमार यादव ने नाबाद 102 रन का योगदान दिया जिससे मुंबई ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 409 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। । मुंबई ने अपनी पहली पारी में 431 रन बनाये जिसके जवाब में बड़ौदा 307 रन ही बना पाया था।