सार
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 49 की उम्र में फिर से धमाका किया है और महान खिलाड़ियों से सजी दुनिया भर की टीमों को शिकस्त देकर ट्रॉफी जीती है। रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया लीजेंड्स ने श्रीलंका लीजेंड्स को हराकर खिताब पर कब्जा किया है।
India Legends Wins RSW Series Trophy. इंडिया लीजेंड्स ने रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज 2022 पर कब्जा जमा लिया है। फाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली इंडिया लीजेंड्स ने श्रीलंका लीजेंड्स को 33 रनों से करारी शिकस्त दी है। फाइनल मुकाबले में भले ही सचिन का बल्ला नहीं गरजा लेकिन टीम के विकेटकीपर नमन ओझा ने 108 रनों की झन्नाटेदार पारी खेलकर टीम को दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। यह मुकाबला रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया।
नमन ओझा की विस्फोटक पारी
20 ओवर के मैच में शतक जड़ना आसान नहीं होता लेकिन नमन ओझा ने उम्र के इस पड़ाव ऐसी बड़ी पारी खेली जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। ओझा के शतक के दम पर इंडिया लीजेंड्स की टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट गंवाकर 195 रनों का विशाल स्कोर रखा। जबाव में श्रीलंका लीजेंड्स की पारी 18.5 ओवर में 165 रन पर ही सिमट गई और सचिन तेंदुलकर की टीम ने फाइनल मुकाबला 33 रनों से जीत लिया।
रनों के दबाव में बिखरी श्रीलंका
टी20 मुकाबले में 195 का लक्ष्य किसी भी टीम के लिए मुश्किल होता है। यही दबाव श्रीलंका पर भी पड़ा और पूरी टीम 165 रनों पर ही पवेलियन लौट गई। कप्तान तिलकरत्ने दिलशान की टीम से ओपनिंग करने के लिए विस्फोटक बल्लेबाज सनत जयसूर्या आए लेकिन भारत ने जल्द ही उनका विकेट हासिल कर लिया। इसके बाद तो श्रीलंकाई टीम में तू चल मैं आता हूं की कहानी दुहराई जाने लगी। श्रीलंका की टीम के ईशान जयरत्ने ने 22 गेंद पर 51 रन बनाकर कुछ संघर्ष किया लेकिन कोई खिलाड़ी उनका साथ नहीं दे पाया और पूरी टीम 165 रनों पर ऑलआउट हो गई।
देश को समर्पित की जीत
इंडिया लीजेंड्स के कप्तान सचिन तेंदुलकर ने जीत के बाद लिखा कि तब भी यह भारत के लिए था, अब भी भारत के लिए है और आगे भी भारत के लिए रहेगा। यह कहकर सचिन ने यह जीत देशवासियों के नाम किया। सचिन तेंदुलकर ने अपने खिलाड़ियों की भी जमकर प्रशंसा की और कहा कि सभी ने टीम की जीत के लिए जी-जान लगाकर क्रिकेट खेला और ट्रॉफी जीतने का कारनामा कर दिखाया।
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