सार

पृथ्वी एंकल में चोट के चलते भारतीय टीम से बाहर हुए थे। इसके बाद से लगातार उनके द्वारा अनुशासनहीनता की खबरें आ रही हैं। 

नई दिल्ली. टीम इंडिया के सबसे युवा ओपनर पृथ्वी शॉ अपने लाइफस्टाइल के चलते विवादों में आ चुके हैं। अपने डेब्यू मैच में शतक लगाने के बाद शॉ को भारत के लिए कोई मैच खेले साल भर से ऊपर का समय हो चुका है। शॉ ने भारत के लिए दो मैचों में 118.2 के औसत से 237 रन बनाए हैं। इसके बाद से लगातार पृथ्वी शॉ भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। कभी चोट की वजह से तो कभी डोपिंग के चलते। पृथ्वी एंकल में चोट के चलते भारतीय टीम से बाहर हुए थे। इसके बाद से लगातार उनके द्वारा अनुशासनहीनता की खबरें आ रही हैं। 

भारत में इससे पहले भी कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी आ चुके हैं, पर सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों को सफलता मिली है, जिन्होंने अनुशासन के साथ अपने खेल को समझा है और लगातार मेहनत करके देश की सेवा की है। सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली इसके सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं। कई दिग्गज खिलाड़ियों का मानना है कि कांबली सचिन से ज्यादा बेहतर बल्लेबाज थे। उनके आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं। लेकिन कांबली अपने अंदर अनुशासन नहीं रख पाए और मैदान के बाहर की उनकी दिनचर्या उनके करियर को ले डूबी। मैदान के बाहर पृथ्वी शॉ की दिनचर्या भी कुछ ऐसी ही है। अगर शॉ ने जल्द ही इन चीजों में सुधार नहीं किया तो उनका भी कुछ ऐसा ही हाल हो सकता है। 

टाइम्स ऑफ इंडिया से बतचीत में एक सूत्र ने कहा "इसमें किसका नुकसान है? शॉ को यह समझने में कितना समय लगेगा कि उन्हें मयंक अग्रवाल से पहले टीम में मौका दिया गया था, जबकि अग्रवाल ने रणजी में रन बनाए थे। अगर पृथ्वी मौके का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं तो इसके लिए वो खुद जिम्मेदार हैं। यह उनकी जीवन शैली है जो सारी परेशानियां खड़ी कर रही है।"

आगे बोलते हुए उन्होंने कहा "मैं किसी घटना का जिक्र नहीं करना चाहूंगा, पर ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां शॉ ने खराब आचरण दिखाए हैं। आखिरी बार बड़ौदा में मुंबई के टीम मैनेजर शॉ पर गुस्सा हो गए थे। मैं विस्तार में बात नहीं करना चाहता, पर किसी को शॉ के साथ बातचीत करने की जरूरत है। उनके साथ कुछ बहुत गलत है।"

2018-19 में ऑस्ट्रेलिया टूर को दौरान भी शॉ के व्यवहार को लेकर शिकायत हुई थी। टीम मैनेजमेंट का कहना था कि पृथ्वी अपनी रिकवरी के लिए पूरे मन से कोशिश नहीं कर रहे हैं। इसके बाद ही उन्हें भारत वापस भेज दिया गया था। 

पृथ्वी शॉ के टीम से बाहर जाने के बाद रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल ने शानदार खेल दिखाया है और अब भारतीय टीम में वापसी के लिए शॉ को लगातार मेहनत करने की जरूरत है।