सार

मसिथा की गेंद के बारे में अफवाह इतनी तेजी से फैली की वो रातो रात स्टार बन गए। श्रीलंका ही नहीं दुनियाभर के क्रिकेट फैन और खिलाड़ियों ने उनका नाम सुना और इस पर चर्चा की।

नई दिल्ली. स्पीडोमीटर की गलती ने श्रीलंका के मसिथा पाथिराना को रातो रात स्टार बना दिया। अंडर 19 के खिलाड़ियों में आपको भले ही श्रीलंका के किसी खिलाड़ी का नाम न पता हो पर मलिथा का नाम आप सुन चुके होंगे। मसिथा ने भारत के खिलाफ यशस्वी जायसवाल को एक गेंद फेकी थी, जिसकी गति स्पीड गन के मुताबिक 175 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इस हिसाब से उनकी यह गेंद क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद थी, क्योंकी इससे पहले सबसे तेज गेंद 161.3KPH रिकॉर्ड की गई थी। हलांकि, यह स्पीड गन की गलती से हुआ था और इस गेंद की स्पीड इससे कहीं कम थी। 

मसिथा की गेंद के बारे में अफवाह इतनी तेजी से फैली की वो रातो रात स्टार बन गए। श्रीलंका ही नहीं दुनियाभर के क्रिकेट फैन और खिलाड़ियों ने उनका नाम सुना और इस पर चर्चा की। अंडर 19 क्रिकेट के जरिए हर खिलाड़ी दुनिया की नजरों में आना चाहता है। इसके लिए वो दिन रात मेहनत भी करता है, पर श्रीलंका के इस गेंदबाज को यह सब कुछ स्पीड गन की गलती से ही हासिल हो गया। 

शोएब अख्तर के नाम है सबसे तेज गेंद फेकने का रिकॉर्ड  
क्रिकेट के इतिहास में अब तक की सबसे तेज गेंद 161.3KPH रिकॉर्ड की गई है। यह गेंद पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इंग्लैंड के खिलाफ फेंकी थी। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के शॉन टेट ने 161.1KPH की स्पीड से बॉल की थी। यह गेंद भी इंग्लैंड के खिलाफ मैच में ही फेकी गई थी। तीसरे नंबर ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली का नाम आता है, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 161.1KPH की रफ्तार से गेंद फेकी थी।    

 

7 रन देकर लिए थे 6 विकेट
मसिथा इससे पहले भी कई बार चर्चा में रह चुके हैं। उनका गेंदबाजी एक्शन श्रींलकन दिग्गज मलिंगा से मिलता जुलता है। इस वजह से भी वो चर्चा में रहे हैं। इससे पहले उन्होंने एक मैच में 7 रन देकर 6 विकेट झटके थे। तब भी उन्होंने जमकर सुर्खियां बटोरी थी। इस मैच में उन्होंने मलिंगा की तरह सटीक यॉर्कर भी फेकी थी।