सार
भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय से अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। यही कारण है कि वह आलोचकों के साथ ही टीम मैनेजमेंट के भी निशाने पर आ गए हैं।
स्पोर्ट्स डेस्कः टी20 वर्ल्ड कप 20021 में पाकिस्तान के हाथों मिली हार के बाद से ही टीम इंडिया की काफी किरकिरी हो रही है। हार के कारणों को लेकर टीम मैनेजमेंट गंभीरता से विश्लेषण कर रहा है। विराट कोहली और रिषभ पंत को छोड़ दिया जाए तो लगभग पूरी टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। टीम की हार से भी ज्यादा निराशाजनक ये रहा था कि टीम ने बिना लड़े ही हथियार डाल दिए थे। भारतीय गेंदबाज अपना खाता भी नहीं खोल सके थे जिसके चलते टीम को 10 विकेट की करारी हार झेलनी पड़ी थी। इस मैच के बाद से ही माना जा रहा था कि टीम मैनेजमेंट कुछ कड़े निर्णय ले सकता है।
धोनी की सिफारिश पर बचे पांड्या
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब खबर आ रही है कि हार्दिक पांड्या के खराब प्रदर्शन के बाद मैनेजमेंट ने वर्ल्ड कप के बीच में ही उन्हें घर वापस भेजने का फैसला कर लिया था। हार्दिक न तो बल्लेबाजी में अपनी छाप छोड़ पा रहे हैं और न ही गेंदबाजी कुछ खास कमाल दिखा पा रहे हैं। उनकी फिटनेस भी लगातार सवालों के फेरे में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टीम मैनेजमेंट हार्दिक पांड्या को लेकर काफी सख्त कदम उठाने जा रहा था। टीम इंडिया के मेंटर महेंद्र सिंह धोनी ऐसे वक्त में हार्दिक के लिए संकटमोचक की भूमिका में आए और उन्हें घर वापस नहीं भेजने दिया। धोनी ने मैनेजमेंट के सामने हार्दिक का पक्ष रखते हुए कहा कि वह महत्वपूर्ण मौकों पर टीम के काम आ सकते हैं। धोनी के इस तर्क के बाद मैनेजमेंट ने हार्दिक को वापस नहीं भेजने का निर्णय लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मैनेजमेंट का मानना है कि हार्दिक की फिटनेस टीम के प्रदर्शन पर असर डाल रही है। ऐसे में सवाल यही उठता है कि जब हार्दिक पूरी तरह से फिट ही नहीं हैं तो उन्हें लगातार मौके क्यूं दिया जाए। मैनेजमेंट का मानना है कि हार्दिक के कारण टीम का संतुलन बिगड़ रहा है। पिछले छह महीने से हार्दिक की फिटनेस सवालों के घेरे में है। इस मामले में उंगली टीम मैनेजमेंट पर भी उठती है क्योंकि जब हार्दिक पूरी तरह से फिट ही नहीं हैं तो उन्हें बार-बार टीम में क्यूं चुना जा रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में हार्दिक से काफी उम्मीदें थीं लेकिन वे लापरवाही भरा शॉट खेलकर अपना विकेट विरोधियों को तोहफे में दे गए। पाक के खिलाफ वे 137 की स्ट्राइक रेट से 8 गेंदों में मात्र 11 रन ही बना सके थे। इससे पहले आईपीएल में भी वे कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे।
लगातार खामोश है हार्दिक का बल्ला
हार्दिक अपने खराब प्रदर्शन से कारण टीम पर बोझ बनते जा रहे हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2021 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के सामने वॉर्म अप मैच में हार्दिक क्रमशः 14 और 12 रन ही बना सके थे। यही नहीं पिछली दस पारियों में वे केवल 141 रन ही बना सके हैं। इस दौरान वे 9 पारियों में तो 19 के स्कोर से भी आगे नहीं बढ़ सके। केवल एक बार उन्होंने 40 रनों (किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ) की पारी खेली थी। इस दौरान गेंदबाजी में भी उन्होंने काफी निराश किया। दो मैचों में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 60 रन लुटाए और सिर्फ दो विकेट हासिल कर पाए। पिछले आठ मैचों से तो उन्होंने गेंदबाजी भी नहीं की है। ऐसे में उनकी ऑलराउंडर की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
हार्दिक पांड्या की पिछली दस पारियां-
रन - खिलाफ - टूर्नामेंट
11 रन - पाकिस्तान - टी20 वर्ल्ड कप
14 रन - ऑस्ट्रेलिया - टी20 वर्ल्ड कप वॉर्म अप मैच
12 रन - इंग्लैंड - टी20 वर्ल्ड कप वॉर्म अप मैच
10 रन - सनराइजर्स हैदराबाद - आईपीएल
5 रन - राजस्थान रॉयल्स - आईपीएल
17 रन - दिल्ली कैपिटल्स - आईपीएल
40 रन - किंग्स इलेवन पंजाब - आईपीएल
3 रन - आरसीबी - आईपीएल
10 रन - श्रीलंका - टी20 इंटरनेशनल मैच
19 रन - श्रीलंका - वनडे इंटरनेशल मैच
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